अनुसंधान: बैंक के सीसीटीवी फुटेज में नहीं दिखा कोई संदिग्ध, 20 लाख रुपये की लूट में पुलिस मार रही हाथ-पांव

धनबाद: पुलिस ने एक्सिस बैंक का सीसीटीवी फुटेज खंगाला है, जिसमें कोई ऐसा संदिग्ध नजर नहीं आ रहा है कि पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़ सके. अमूमन बाइकर्स गिरोह के सदस्य बैंक में रकम निकासी करने वालों पर निगरानी करते हैं. रकम लेकर बाहर निकलने वालों के बारे में बाहर खड़े सदस्यों को बता दिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2017 9:26 AM
धनबाद: पुलिस ने एक्सिस बैंक का सीसीटीवी फुटेज खंगाला है, जिसमें कोई ऐसा संदिग्ध नजर नहीं आ रहा है कि पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़ सके. अमूमन बाइकर्स गिरोह के सदस्य बैंक में रकम निकासी करने वालों पर निगरानी करते हैं. रकम लेकर बाहर निकलने वालों के बारे में बाहर खड़े सदस्यों को बता दिया जाता है. पैसा से भरा बैग लूट कर बाइकर्स भाग जाते हैं. सिटी सेंटर के समीप सड़क किनारे माइक्रो फाइनेंस कंपनी के स्टाफ से रकम लूट की घटना के बाद पुलिस वहां भी छानबीन की है. लेकिन कोई नहीं बता रहा है कि घटना उसने देखी है. घटना को असत्य मानने का भी फिलहाल कोई कारण नजर नहीं आ रहा है. सिटी सेंटर के बाहर किसी दुकान में सीसीटीवी फुटेज नहीं होने से पुलिस की परेशानी बढ़ गयी है.
पुलिस पहुंची कंपनी के दफ्तर : माइक्रो फाइनेंस कंपनी के स्टाफ से 20 लाख झपटे जाने की घटना के बाद डीएसपी डीएन बंका व थानेदार अखिलेश्वर चौबे जेसी मल्लिक रोड स्थित कंपनी के ऑफिस पहुंची. पुलिस ने यह जानकारी ली कि रकम निकाले जाने की जानकारी किसे थी. कब-कब पैसा निकलता था. किसके आदेश से पैसा निकाला गया था. ऑफिस में लोन लेने वाली महिलाओं की भीड़ लगी हुई थी. रकम छीने जाने के बाद आज लोन नहीं दिया जा सका. महिलाओं का दल ऑफिस से लौट गया. पुलिस घटना के शिकार दोनों स्टाफ का कॉल डिटेल निकाल रही है. सिटी सेंटर से बाहर संदिग्ध रूप से घूमने वालों के बारे में भी पुलिस छानबीन कर रही है. दो दिन पहले ही पुलिस ने बैठक कर सुरक्षा पर चर्चा की थी. बैंक व निजी वित्तीय संस्थानों के प्रतिनिधियों से कहा गया था कि रकम निकासी व जमा करने के समय थानों को सूचित करें. माइक्रो फाइनेंस का स्टाफ 20 लाख निकालने गया था और सुरक्षा के लिए पुलिस की मदद नहीं ली.
दिखायी जा रही अपराधियों की तसवीर : भारत फाइनेंस इनक्लूजन लिमिटेड के स्टाफ किशोर कुमार सिन्हा व राज कुमार कुशवाहा मूलत: हजारीबाग के कटकमदाग थाना के हथमेढ़ी गांव के निवासी हैं. दोनों छह-सात साल से कंपनी में काम कर रहे हैं. दोनों को घटना के बाद से ही पुलिस धनबाद थाना में रोक रखी है. काला पल्सर बाइकर्स का फोटो दिखाकर पहचान करवाया जा रहा है. दोनों के बयान में आंशिक भिन्नता भी आ रही है.
2015 में कोलकर्मी ने बचाये थे अपने तीन लाख
सुदामडीह निवासी बीसीसीएलकर्मी अरुण चंद्र सरकार ने सिटी सेंटर के समीप ही पैसा छीनने की कोशिश कर रहे बाइकर्स को पटक दिया था. एक पकड़ा गया और बीसीसीएल कर्मी के तीन लाख रुपये बच गये थे. नौ दिसंबर वर्ष 2015 को अरुण ने बरटांड़ माधुरी पैलेस स्थित एसबीआइ सिटी ब्रांच से तीन लाख रुपये की निकासी की थी. बैग में रुपये भरकर वह कंबाइंड बिल्डिंग चौक पर आकर ऑटो का इंतजार कर रहे थे. बेकारबांध की ओर से आये बाइकर्स उनका बैग झपटने लगा. अरुण ने बैग को कसकर पकड़ लिया और बाइकर्स का गला पकड़ लिया. एक बाइकर्स जमीन पर गिर गया और पटका-पटकी होने लगी. लोगों की भीड़ जुट गयी अौर बाइक समेत एक युवक भाग निकला और दूसरा पकड़ा गया. इस तरह अरुण के पैसे भी बच गये और एक क्रिमिनल पकड़ा गया जो कोढ़ा कटिहार का था. जिला प्रशासन ने इस बहादुरी के लिए अरुण को विगत 15 अगस्त को सम्मानित भी किया था.

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