99 करोड़ से चकाचक होगा आवासीय परिसर

रांची/धनबाद: कोल माइंस प्रोविडेंट फंड (सीएमपीएफ) का नया भवन रांची रेलवे स्टेशन के बगल में बनेगा. 61 करोड़ से भवन बनेगा. यहां सीएमपीएफ के तीनों क्षेत्रीय कार्यालयों का संचालन होगा. पूर्ण रूप से वातानुकूलित इस भवन में रेस्ट हाउस का निर्माण भी होगा. चार तल्ले का भवन होगा. इसका निर्माण सीपीडब्ल्यूडी से कराने का प्रस्ताव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 7, 2017 9:15 AM
रांची/धनबाद: कोल माइंस प्रोविडेंट फंड (सीएमपीएफ) का नया भवन रांची रेलवे स्टेशन के बगल में बनेगा. 61 करोड़ से भवन बनेगा. यहां सीएमपीएफ के तीनों क्षेत्रीय कार्यालयों का संचालन होगा. पूर्ण रूप से वातानुकूलित इस भवन में रेस्ट हाउस का निर्माण भी होगा. चार तल्ले का भवन होगा. इसका निर्माण सीपीडब्ल्यूडी से कराने का प्रस्ताव है. यह निर्णय दिल्ली में हुई सीएमपीएफ बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की बैठक में हुआ. बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की बैठक में सीएमपीएफ की ब्याज दर 8.7 फीसदी करने का निर्णय हुआ.

अभी सीएमपीएफ की ब्याज दर 8.6 फीसदी है. बैठक में तय किया गया कि 99 करोड़ रुपये की लागत से धनबाद में सीएमपीएफ के आवासीय परिसर का जीर्णोद्धार होगा. इसमें तय किया गया कि 15 मई के बाद खनन कार्य में प्रत्यक्ष रूप से लगे सभी ठेका मजदूरों को आधार से जोड़ा जायेगा. उनकी उपस्थिति भी बायोमेट्रिक्स से होगी. इससे फरजी कर्मियों के काम करने पर रोक लगेगी. सीएमपीएफ में काम करनेवाले कर्मियों का कैडर स्कीम बदलने पर भी सहमति बनी. कर्मियों का ग्रेड पे बदला जायेगा.

हरेक एरिया में होंगे प्रवर्तन पदाधिकारी : बैठक में तय किया गया कि सीएमपीएफ अब रह जिले में प्रवर्तन पदाधिकारी नियुक्त करेगा. ये कोयला कंपनियों में प्रोविडेंट और पेंशन को लेकर होने वाली गड़बड़ियों पर नजर रखेंगे. इसके लिए 125 पदों की स्वीकृति प्रदान की गयी है. इसमें सीएमपीएफ कैडर में कर्मियों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. वर्तमान में करीब 900 स्वीकृत पद है. इसे बढ़ा कर 1293 कर दिया जायेगा. कर्मियों को पेंशन नंबर के पोर्टिबिलिटी की सुविधा भी दी जायेगी. अगर कोई कर्मी दूसरी कंपनी से काम कर कोयला कंपनी में काम करने आता है, तो वह अपना पीएफ पुराने पीएफ से लिंक करा सकता है. सभी सीएमपीएफ कर्मियों का आधार ही पीएफ नंबर होगा.

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