मृतक के आश्रित को नौकरी के लिए ट्रांसपोर्टिंग रोकी

केंदुआ. एटक समर्थकों ने शुक्रवार को बीएनआर साइडिंग में ट्रांसपोर्टिंग ठप कर दी. एटक समर्थक बीते 17 मई 2016 को दुर्घटना में मारे गये केंदुआडीह बस्ती निवासी लखन महतो की पत्नी फूलकुमारी देवी को नियोजन व उनके बच्चों को डीएवी में नामांकन की मांग कर रहे थे. आंदोलन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 18, 2017 8:18 AM

केंदुआ. एटक समर्थकों ने शुक्रवार को बीएनआर साइडिंग में ट्रांसपोर्टिंग ठप कर दी. एटक समर्थक बीते 17 मई 2016 को दुर्घटना में मारे गये केंदुआडीह बस्ती निवासी लखन महतो की पत्नी फूलकुमारी देवी को नियोजन व उनके बच्चों को डीएवी में नामांकन की मांग कर रहे थे. आंदोलन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थी.

उनका कहना था कि बीसीसीएल प्रबंधन ने आश्रित फूलकुमारी देवी को आउटसोर्सिंग में नियोजन देने के लिए प्रयास करने और बच्चों का नामांकन डीएवी मुनीडीह में करने की अनुशंसा और सहयोग करने का आश्वासन दिया था. लेकिन 10 माह बाद भी आश्वासन पूरा नहीं किया गया.

ट्रांसपोर्टिंग बाधित होने पर बस्ताकोला प्रबंधन ने आंदोलन कर लोगों से वार्ता की. इसके बाद प्रबंधन ने बच्चों के नामांकन सहित पूर्व में हुई वार्ता से संबंधित कागजात मांगे और सहयोग करने के लिये अगले माह तक का समय मांगा. इसके बाद आंदोलन समाप्त किया गया और ट्रांसपोर्टिंग शुरू हो सकी. आंदोलन में फूलकुमारी देवी, पूनम सिंह, जैरुन बीबी, कलावती देवी, मंजू पासवान, बबिता पासवान, मंजू मुंडा, नीतू देवी, गीता देवी, रीना देवी, इंदिरा महतो, कल्पना महतो, शांति देवी, मंजू देवी, मनोहर पासवान, रियाज खान, भूषण पासवान, रंजीत महतो, अजय पासवान, धर्म कुमार आदि थे.

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