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विपक्षी दलों ने कहा-हत्या के खिलाफ अभूतपूर्व रहा बंद

कांग्रेस नेता व पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के खिलाफ गुरुवार को विपक्षी दलों द्वारा आहूत धनबाद बंद को नेताओं ने अभूतपूर्व बताया. विपक्षी दल कांग्रेस, झामुमो, राजद, झाविमो, जनता दल यूनाइटेड आदि ने धनबाद बंद को अपना समर्थन दिया था. ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह, जिला अध्यक्ष, कांग्रेस : पिछले 30 साल में ऐसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 24, 2017 8:16 AM
कांग्रेस नेता व पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के खिलाफ गुरुवार को विपक्षी दलों द्वारा आहूत धनबाद बंद को नेताओं ने अभूतपूर्व बताया. विपक्षी दल कांग्रेस, झामुमो, राजद, झाविमो, जनता दल यूनाइटेड आदि ने धनबाद बंद को अपना समर्थन दिया था.
ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह, जिला अध्यक्ष, कांग्रेस : पिछले 30 साल में ऐसी बंदी नहीं हुई थी. इस घटना के प्रति लोगों का गुस्सा कितना जबरदस्त है, इसका प्रमाण आज देखने को मिला. जनता इसके लिए बधाई की पात्र है. 52 दिनों में पांच हाइ प्रोफाइल हत्याएं हुई , यह राज्य सरकार की विफलता का परिचायक है. बंद में साथ देने वाले झामुमो, जेवीएम, राजद, सीपीएम, मासस, जदयू के प्रति आभार व्यक्त करता हूं. जिनसे जिला नहीं संभल रहा है, वैसे अधिकारी को तुरंत हटायें. अपराधियों पर अंकुश लग सके.
मनोज कुमार सिंह, जिला उपाध्यक्ष कांग्रेस : पूरे मामले की जांच सीबीआइ से होनी चाहिए. राज्य सरकार हर मोरचे पर विफल है. कहां राम राज और अच्छे दिन लाने की बात की गयी थी और अब राजनीतिक हत्या पर उतर आयी है. राज्य के लिए यह कहीं से अहितकर नहीं है. धनबाद में सक्षम पदाधिकारी को भेजा जाये ताकि यहां विधि – व्यवस्था बनी रहे. रंजय सिंह की हत्या के बाद ही पुलिस को चुस्त हो जाना चाहिए था.
बीके सिंह, कांग्रेस नेता : धनबाद के लोगों ने बंद अभूतपूर्व ढ़ंग से किया. नामजद व्यक्तियों को पुलिस गिरफ्तार करे, तभी दूध का दूध और पानी का पानी का पता चलेगा. अगर नामजद की गिरफ्तारी नहीं होती है तो यही कहा जायेगा कि राज्य सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है. घटना की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की.
मथुरा प्रसाद महतो, पूर्व मंत्री : कोयलांचल की राजनीति के लिए यह चिंता का विषय है. राजनीतिक हत्या करने पर यह सरकार उतर आयी है. ऐसे लोगों को सरकार संरक्षण दे रही है. आज का बंद स्वत: रहा. राज्य सरकार किसी भी मामले में सफल नहीं है. बाहरी लोगों को बुलाकर एमओयू कर रही है लेकिन विधि-व्यवस्था ठीक ही नहीं है. ऐसे में कोई भी बाहरी उद्योगपति यहां क्यों आयेगा. सरकार को यहां के भौगोलिक अाधार पर यहां के लोगों के लिए रोजगार देना चाहिए न कि बाहरी लोगों को. राज्य सरकार यहां का माहौल खराब करने में लगी है.
रमेश टुडू, जिला अध्यक्ष, झामुमो : लोगों ने स्वत: अपने प्रतिष्ठान बंद कर सरकार के प्रति गुस्सा इजहार किया है. सत्ता के नशे में चूर रघुवर दास को इन सब चीजों से लेना देना नहीं है. वह झारखंड की संपदा लुटवाने के लिए मोमेंटम झारखंड को धरातल पर उतारने के लिए अपने पदाधिकारियाें द्वारा जमीन लूटने की योजना को कार्यरूप देने का आदेश दे चुके हैं. जबसे उनकी सरकार बनी है अपराध का ग्राफ बढ़ गया है.
राजू कुमार सिंह, जिला अध्यक्ष जदयू : धनबाद में विधि व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. सीएम ने कहा था कि राज्य में कानून का राज है, लेकिन पूरे प्रदेश में जंगल राज है और आम जनता असुरक्षित है. नीरज और उनके तीन लोगों की सरेआम हत्या कर दी गयी, इससे साबित होता है कि यहां विधि-व्यवस्स्था नाम की कोई चीज है ही नहीं है. मुख्यमंत्री रघुवर दास को स्वत: इस्तीफा दे देना चाहिए. नीरज हत्यांकांड की जांच सीबीआइ से हो.
मो हातिम अंसारी, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष, राजद : बिना किसी दबाव के धनबाद बंद रहा, इससे जाहिर होता है कि लोगों के मन में इस घटना को लेकर किस तरह का गुस्सा है. नीरज जन नेता बन चुके थे, इसलिए उनकी हत्या करवा दी गयी. पूरे घटना क्रम की जांच सीबीआइ से करायी जानी चाहिए. तीन-तीन एसपी के रहते इतनी बड़ी घटना हो चुकी है. टाइगर फोर्स एवं पीसीआर पेट्रोल कार आश्चर्य रूप से गायब होना पुलिस प्रशासन पर ऊंगली उठाता है. एसएसपी, सिटी एसपी को धनबाद से हटाया जाये.
तारकेश्वर यादव, जिला अध्यक्ष, राजद : आज का बंद स्वत: रहा. लोगों ने सरकार और पुलिस प्रशासन के प्रति अपने गुस्सा को पूर्ण रूप से बंद कर दिखाया. राज्य की रघुवर सरकार में कोई सुरक्षित नहीं है. जब जनप्रतिनिधियों की हत्या भीड़-भाड़ वाली जगह पर हो जा रही है तो आमलोगों का क्या बिसात है. मुख्यमंत्री को इस हत्याकांड के बाद इस्तीफा दे देना चाहिए, वरना राज्य में और भी हत्या हो सकती है. सरकार सिर्फ एमओयू कर रही है इनके आने के बाद से कोई भी विकास का काम नहीं हुआ है. सरकार के खिलाफ संवैधानिक रूप से बोलने वाले को रास्ते से हटाया जा रहा है.

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