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नीरज सिंह हत्याकांड : दबंगों की तलाश. मैंशन से जुड़े चार दर्जन लोग पुलिस रडार पर

धनबाद: पुलिस सिंह मैंशन से जुड़े भाजपाई व जमसं नेताओं के दर्जन भर लोगों पर नजर रखे हुए हैै. सिंह मैंशन के साथ व्यावसायिक संबंध रखने वालों दो-तीन लोगों से भी पुलिस ने पूछताछ की है. सिंह मैंशन के लिए कोल कारोबार व आउटसोर्सिंग का काम देखने वालों पर पुलिस की नजर टेढ़ी है. ऐसे […]

धनबाद: पुलिस सिंह मैंशन से जुड़े भाजपाई व जमसं नेताओं के दर्जन भर लोगों पर नजर रखे हुए हैै. सिंह मैंशन के साथ व्यावसायिक संबंध रखने वालों दो-तीन लोगों से भी पुलिस ने पूछताछ की है. सिंह मैंशन के लिए कोल कारोबार व आउटसोर्सिंग का काम देखने वालों पर पुलिस की नजर टेढ़ी है. ऐसे लोगों को बारी-बारी से थाना बुलाकर पूछताछ की जा रही है. सिंह मैंशन समर्थक वैसे युवक जो दबंग हैं या आउटसोर्सिंग विवाद व राजनीतिक विवाद से संबंधित केस में नामजद हैं उनके घर पुलिस दबिश दे रही है.

एेसे लोगों में झरिया व केंदुआ के आधा दर्जन युवकों को पुलिस खोज रही है. सिंह मैंशन व रघुकुल के शुभचिंतक, जो दोनों पक्षों के साथ रहते हैं, उनलोगों से पुलिस विवाद की जानकारी लेना चाह रही है. पुलिस मुख्य रूप से राजनीतिक व पारिवारिक विवाद के लिए दोनों धराने से जुड़े बुजुर्ग नेताओं से जानकारी ले रही है. रंजय के साथ रहने वाले झरिया के तीन युवकों को पुलिस बुधवार से ही खोज रही है. तीनों युवकों का पता नहीं चल रहा है. तीनों के परिजन भी उनके बारे में पुलिस को कुछ बता पाने में असमर्थ हैं. पुलिस कुसुम विहार इलाके का भी मोबाइल डंप निकलवा रही है. कुसुम विहार, कोयला नगर समेत अन्य कई जगहों की सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया है. टेक्निकल व वैज्ञानिक अनुसंधान में मदद के लिए पूर्व में जिला में पदस्थापित रहे पुलिसकर्मियों को बुलाया गया है.

पिंटू व संजय की तलाश में कई स्थानों पर छापा

धनबाद. नीरज सिंह हत्याकांड में नामजद जैनेंद्र सिंह उर्फ पिंटू सिंह की खोज में पुलिस ने शनिवार की रात अंबिकापुरम समेत कई स्थानों पर छापामारी की. लेकिन उसका पता नहीं चल रहा है. पुलिस भगतडीह वाटर वोर्ड कॉलोनी निवासी रंजय सिंह के भाई संजय सिंह को भी खोज रही है. उल्लेखनीय है कि रंजय को 29 जनवरी को बिग बाजार के समीप चाणक्या नगर मोड़ पर गोलियों से भून दिया गया था.
पुलिस नीरज हत्याकांड को रंजय की हत्या का प्रतिशोध मानकर अनुसंधान कर रही है. इसी आलोक में पुलिस संजय को खोज रही है. संजय भूमिगत है. हत्याकांड में नामजद किये जाने के बाद से ही पिंटू सिंह धनबाद में नहीं दिख रहा है. पुलिस पिंटू को उसके मोबाइल लोकेशन के आधार पर दबोचने की फिराक में है. पुलिस का दावा है कि पिंटू का लोकेशन ट्रैक हो गया है. पिंटू अभी चार-पांच माह पहले ही जेल से निकला है. मणींद्र मंडल हत्याकांड में उसे हाइकोर्ट से राहत मिली है. वह झरिया विधायक संजीव सिंह के बड़े भाई राजीव रंजन (अब स्वर्गीय) के दोस्त हैं.

पूछताछ के लिए झरिया से चार को उठाया

नीरज हत्याकांड की जांच कर रही एसआइटी ने शनिवार की रात झरिया थाना क्षेत्र से चार लोगों का उठाया. उनसे पूछताछ चल रही है. लोकल लिंक की तलाश में जुटी टीम ने झरिया पुलिस के सहयोग से सिंहनगर स्थित भूली क्वार्टर निवासी राजेश राम की जगह उसके भाइयों शेखर कुमार, दीपक कुमार व सूरज कुमार को उठाया. टीम ने राजेश के पिता रमेश राम से उसके बारे में जानकारी ली. वहीं फूसबंगला से शीशा व्यवसायी गुलाम सरवर को उठाया गया. पूछताछ में गुलाम सरवर ने बताया है कि वह 15 मार्च को सिटी सेंटर धनबाद की बगल की दुकान में शीशा लगाने गया था. वहां से उसकी पल्सर बाइक जेएच10 एएस-5115 चोरी हो गयी थी. पुलिस व एसआइटी को शक है कि कहीं नीरज हत्याकांड में चोरी गयी बाइक का इस्तेमाल तो नहीं किया गया. पुलिस के अनुसार, राजेश राम पहले रंजय सिंह का करीबी था. रंजय की हत्या के बाद से वह झरिया विधायक संजीव सिंह के साथ रहने लगा था.

पलामू से आये चार हिरासत में

पलामू के हुसैनाबाद और छतरपुर के रहने वाले चार युवकों को धनबाद थाना की पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. पुलिस के अनुसार चारों युवक रविवार कि सुबह नया बाजार के एक होटल में 2500 रुपये किराया देकर एसी रूम खोज रहे थे. उनके पास से एक ऑल्टो कार मिली है, जो बिना नंबर प्लेट की है. कार सड़क पर लगी थी. पुलिस युवकों से पूछ-ताछ कर रही है. हालांकि पुलिस को अभी तक उनके पास से कोई संदिग्ध चीज नहीं मिली है. युवकों का कहना है कि वे अपने रिश्तेदार से मिलने धनबाद आये थे. कार के बारे में पूछे जाने पर अपने दोस्त की कार बता रहे हैं. चारों युवकों के आइकार्ड की जांच भी पुलिस कर रही है. उनके रिश्तेदार का सत्यापन किया जा रहा है.

पटना से आया युवक पुलिस हिरासत में

संजीव सिंह के सहयोगी धनजी उर्फ धनंजय सिंह का भतीजा आशीष निराला को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. धनंजय की पत्नी अर्चना सिंह ने बताया कि शनिवार की रात दो बजे पुलिस ने उनके घर में दबिश दी और उसके पति व भतीजे को उठाकर ले गयी. अर्चना ने बताया कि उनका भतीजा पटना कंकड़बाग में रहता है. उसके पिता राजकुमार सिंह पटना में ही बिजली विभाग में काम करते है. अर्चना ने बताया कि उनके दो भतीजे आशीष निराला और प्रभाकर निराला पटना से घटना वाले दिन यानी मंगलवार की सुबह पहुंचे थे. छापामारी में पुलिस युवक का किसी प्रकार का प्रमाण पत्र खोज रही थी.
प्रभाकर निराला के पास आधार कार्ड था मगर आशीष के पास किसी भी प्रकार का प्रमाण पत्र नहीं था. अर्चना ने बताया कि पुलिस का कहना था कि वह प्रमाण पत्र दिखाकर आशीष को बाद में आकर ले जा सकती है. मगर अर्चना के अनुसार पुलिस के पास जाने के बाद उन्हें आशीष से मिलने भी नहीं दिया गया. पुलिस अधिकारी और एडीजी से मुलाकात करने गयी महिला से किसी ने भी मिलने से साफ इनकार दिया. अर्चना के अनुसार आशीष ने इसी वर्ष दिल्ली यूनिवर्सिटी के रामानंद कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है. उसका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है. वह तो यहां घूमने आया था. पति को हिरासत में लिये जाने की बात समझ में आती है, लेकिन उस बच्चे का क्या कसूर?
गया सिंह के आवास पहुंची पुलिस : बोर्रागढ़. एसआइटी रविवार को जमसं कुंती के नेता व नीरज हत्याकांड में आरोपी गया प्रताप सिंह के शिमलाबहाल स्थित आवास पर पहुंची. टीम ने परिसर में खड़े वाहन महेंद्रा एसयूवी जेएच 10 एएस-2300 व सेंट्रो कार की जांच के लिए परिजन ने चाबी मांगी, लेकिन चाबी नहीं मिलने के कारण वाहनों को बाहर से ही देख कर लौट गयी.

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