क्या पुलिस हत्यारों तक पहुंच पायेगी?
धनबाद: पूर्व डिप्टी मेयर और कांग्रेस नेता नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के 16 दिन बाद भी पुलिस मामले की गुत्थी नहीं सुलझा पायी है. अनुमान और अटकलों का बाजार ही गरम है. पुलिस मानती है कि घटना रंजय सिंह की हत्या का प्रतिशोध है. उसने शूटरों की शिनाख्त का दावा भी किया […]
धनबाद: पूर्व डिप्टी मेयर और कांग्रेस नेता नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के 16 दिन बाद भी पुलिस मामले की गुत्थी नहीं सुलझा पायी है. अनुमान और अटकलों का बाजार ही गरम है. पुलिस मानती है कि घटना रंजय सिंह की हत्या का प्रतिशोध है. उसने शूटरों की शिनाख्त का दावा भी किया है. लेकिन इसके बावजूद मामला नहीं सुलझने से कई सवाल उठ रहे हैं. जबकि जांच में सात आइपीएस अधिकारी जुटे हुए थे. बहरहाल, इस सिलसिले में अब तक तीन लोगों को जेल भेजा गया है. इनमें नामजद पिंटू सिंह, स्व. रंजय सिंह का बड़ा भाई संजय सिंह और विधायक संजीव सिंह का निजी अंगरक्षक धनजी शामिल है. मामले में पुलिस साक्ष्य के अभाव से जूझ रही है़.
संजय को थी योजना की जानकारी : पुलिस मानती है कि चार लोगों की हत्या में शामिल यूपी के शूटर पंकज सिंह और संतोष से रंजय के संबंध रहे हैं. दोनों रंजय की हत्या के बाद धनबाद आकर रंजय के भाई संजय सिंह से मिले थे. संजय उन दोनों से बातचीत भी करता रहा है. दोनों ने रंजय की हत्या का बदला लेने की बात कही थी.
नीरज की हत्या की योजना की जानकारी धनजी सिंह को भी थी. पुलिस का आरोप है कि हत्या के समय धनजी स्टील गेट पर था. हत्या के बाद मौके से एक दुकानदार ने उसके मोबाइल पर फोन किया था. चार लोगों की हत्या के बाद रंजय के दोस्तों का मोबाइल नंबर संजय ने अपने मोबाइल से डिलीट कर दिया था. हालांकि पुलिस पूछताछ में संजय व धनजी वारदात में अपनी संलिप्तता व किसी जानकारी से इनकार कर चुका है. अनुसंधान में आगे बढ़ने के लिए पुलिस मोबाइल कॉल डिटेल व वैज्ञानिक अनुसंधान की मदद ले रही है.
डब्लू उर्फ मुन्ना की तलाश जारी : पुलिस कुसुम विहार में अह्लाद राय के मकान में शूटरों को ठहराने वाले डब्लू मिश्रा उर्फ मुन्ना की तलाश कर रही है. मुन्ना की गिरफ्तारी से पुलिस कातिल व षडयंत्रकारियों तक पहुंच सकती है. डब्लू की तलाश में पुलिस उसके घर समस्तीपुर समेत कई जगहों पर छापामारी कर चुकी है. धनबाद व समस्तीपुर में डब्लू के दोस्तों व रिश्तेदारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली. डब्लू का पहले से ही मैंशन से कनेक्शन रहा है. डब्लू को पुलिस भले किंग पिन मान रही है, लेकिन उसकी गिरफ्तारी व शूटरों को पकड़ में आये बिना पुलिस आगे नहीं बढ पा रही है. पुलिस अफसरों का दावा है कि अनुसंधान सही दिशा में चल रहा है. हो सकता है कि नीरज हत्याकांड के साथ-साथ रंजय हत्याकांड का भी खुलासा हो जाये.
तीसरे कोण पर पुलिस का ध्यान नहीं
नीरज हत्याकांड में पुलिस अनुसंधान एफआइआर के इर्द-गिर्द ही चल रही है. पुलिस हत्या के किसी दूसरे कारण व एंगल की ओर नहीं जा रही है. पुलिस को वादी समेत अन्य स्रोतों से अभी तक ऐसी कोई नयी जानकारी नहीं मिल पायी है. यही कारण है कि पुलिस तीसरे कोण पर ध्यान नहीं दे रही है.