कोयलांचल से चैता हो रहा है लुप्त, इसे बचायें रखें

परंपरा. विधायक राज सिन्हा ने किया चैत्र महोत्सव का आयोजन, उद्घाटन समारोह में बोले मंत्री सरयू राय धनबाद : राज्य के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा कि कोयलांचल से धीरे-धीरे चैता लुप्त होता जा रहा है. अपनी संस्कृति को बचाये रखने के लिए इसका होना जरूरी है. वह विधायक राज सिन्हा द्वारा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 10, 2017 4:46 AM

परंपरा. विधायक राज सिन्हा ने किया चैत्र महोत्सव का आयोजन, उद्घाटन समारोह में बोले मंत्री सरयू राय

धनबाद : राज्य के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा कि कोयलांचल से धीरे-धीरे चैता लुप्त होता जा रहा है. अपनी संस्कृति को बचाये रखने के लिए इसका होना जरूरी है. वह विधायक राज सिन्हा द्वारा पहली बार गोल्फ ग्राउंड में आयोजित चैता महोत्सव का उदघाटन के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि फगुआ एवं चैता कोयलांचल की पहचान थी. लेकिन समय के साथ-साथ दोनों खत्म होते जा रहे हैं. नयी पीढ़ी को इसके बारे में बताना चाहिए. हमारी संस्कृति एवं लोक ,लुभावन महोत्सवों से उन्हें अवगत होना चाहिए और यह तभी होगा जब इस तरह के आयोजन होंगे. इससे पहले अपने स्वागत भाषण में विधायक राज सिन्हा ने कहा कि चैता का अर्थ लोग
बाइजी का नाच समझते हैं, लेकिन वस्तुत: सह भगवान राम की स्तुति है. अगले साल इसे भव्य रूप में कराया जायेगा. कार्यक्रम शुरू होने से थोड़ी देर पहले सांसद पीएन सिंह आये और आधा घंटा के बाद दिल्ली के लिए निकल गये. कार्यक्रम में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष हरि प्रकाश लाटा, जदयू के पूर्व जिला अध्यक्ष सुशील कुमार सिंह, भाजपा के अजय त्रिवेदी, संजय झा, मनोज मालाकार, राजकुमार, मिल्टन पार्थसारथी, निर्मल प्रधान आदि भी थे.
खूब जमा रंग : चैता की खासियत यह थी कि एक व्यास बिहार के जिप अध्यक्ष कमल कुंवर हैं तो दूसरे बलिया यूपी के अभियंता रह चुके अरविंद सिंह. बक्सर पूर्व के जिप सदस्य कमल ने वीणा बजाइय हंस एवं काली मैया मोरवा सटाइसे हे राम गाया तो अरविंद सिंह ने आओ मैया गाेदिया में उठा ल न, तथा आज मनायब चैता हो रामा… गाकर तालियां बटोरी. उनके साथ हरे राम यादव, दीपक, सागर एवं पिंटू थे. कमल कुंवर के साथ उपेंद्र यादव, मनोज पप्पू एवं अन्य लोग सहयोग कर रहे थे. महोत्सव में पारंपरिक नृत्य भी हो रहा था.

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