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नीरज सिंह हत्याकांड : कसता जा रहा है शिकंजा, विधायक संजीव की गिरफ्तारी कभी भी
धनबाद : अपने चचेरे भाई पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या में झरिया विधायक संजीव सिंह पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है. पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए होम वर्क में जुट गयी है. हत्याकांड में नामजद संजीव से जुड़े लोगों की एक के बाद एक गिरफ्तारी से पुलिस को […]
धनबाद : अपने चचेरे भाई पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या में झरिया विधायक संजीव सिंह पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है. पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए होम वर्क में जुट गयी है. हत्याकांड में नामजद संजीव से जुड़े लोगों की एक के बाद एक गिरफ्तारी से पुलिस को उनके खिलाफ गिरफ्तारी लायक साक्ष्य मिल गये हैं. लेकिन इसके पहले पुलिस उनसे दोबारा पूछताछ करेगी. पुलिस उनके खिलाफ कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट भी मांग सकती है.
डब्लू मिश्रा ने पूछताछ के दौरान पुलिस को जो जानकारी दी है, पुलिस को लगता है कि यह संजीव की गिरफ्तारी के लिए पर्याप्त है. पुलिस इसके पहले विधायक को 27 मार्च को सरायढेला थाना बुलाकर पूछताछ कर चुकी है. संजीव के भाई मनीष से भी पुलिस ने दो अप्रैल को थाना बुलाकर पूछताछ की थी.
दोनों नीरज हत्याकांड में अपनी संलिप्तता व किसी तरह की जानकारी व षडयंत्र से साफ-साथ इनकार कर चुके हैं. लेकिन डब्लू मिश्रा से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर विधायक से पुलिस फिर पूछताछ करेगी. संतोष व धनजी की संलिप्तता के साथ अन्य बिंदुओं पर जवाब मांगा जायेगा.
विधायक संजीव सिंह के निजी बॉडीगार्ड संतोष ने यूपी से शूटरों को बुलाया था. विधायक के एक अन्य बॉडी गार्ड धनजी के कहने पर डब्लू मिश्रा ने कुसुम विहार के किराये के मकान में शूटरों को ठहराया गया था. इन्ही शूटरों ने पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या की. पुलिस गिरफ्त में आये मृत्युंजय गिरि उर्फ डब्लू गिरि उर्फ डब्लू मिश्रा ने पुलिस पूछताछ में यह खुलासा किया है. स्व. रामप्रीत गिरि का पुत्र डब्लू बिहार के समस्तीपुर जिले के उजियारपुर थाना क्षेत्र के पंचपैका गांव का रहने वाला है. हत्यारों के साथ-साथ उसके आकाओं के बारे में भी पुलिस को अहम जानकारी हाथ लगी है.
मुख्य रूप से रंजय हत्याकांड का प्रतिशोध ही नीरज की हत्या का कारण माना जा रहा है. हत्या के कारणों में राजनीतिक व पारिवारिक विवाद से जुड़े कई साक्ष्य भी पुलिस के हाथ लगे हैं. नीरज समेत चार लोगों की हत्या के बाद पुलिस कार्रवाई शुरू होते ही संतोष धनबाद छोड़ कर चला गया. संतोष यूपी का रहने वाला है. संतोष को रंजय ही सिंह मैंशन में लाया था और विधायक का निजी बॉडीगार्ड रखवाया था. पुलिस पूछताछ में डब्लू मिश्रा ने यह जानकारी दी है. उसने कई राज की बात भी बताये हैं.
विधायक को सब पता : डब्लू ने बताया कि संतोष व रंजय में पहले से ही दोस्ती रही है. संतोष के खिलाफ यूपी में कई आपराधिक मामले दर्ज है. संतोष का नीरज हत्याकांड में शामिल शूटर पंकज कुमार सिंह, विजय व मोनू से पुराना संबंध रहा है. धनबाद पुलिस तीनों की तलाश में यूपी, बिहार समेत कई स्थानों पर छापामारी कर रही है. यूपी पुलिस से शूटरों की गिरफ्तारी में मदद मांगी गयी है. डब्लू ने बताया कि विधायक संजीव सिंह को हर बात की जानकारी थी.
शूटरों को पैसा देकर लाया गया था
डब्लू ने पुलिस को दिये गये बयान में हत्याकांड की पूरी तस्वीर साफ कर दी है. शूटरों को लाने, ठहराने व मदद देने वाले सिंह मैंशन के कर्मचारी हैं. इस मुतल्लिक पुलिस को टेक्नीकल साक्ष्य भी हाथ लगे हैं. पुलिस सूत्रों का दावा है कि शूटरों को पैसे देकर ही हायर किया गया था. शूटरों को बाइक समेत अन्य सामान उपलब्ध कराने वालों के बारे में भी पुलिस को जानकारी मिल गयी है. रंजय के कई स्थानीय दोस्तों से भी पूछताछ की जा रही है. पुलिस अफसरों का कहना है कि नीरज सिंह की हत्या में विधायक व मैंशन से जुड़े लोगों का ही हाथ है. अब तक हत्याकांड में मैंशन से जुड़े तीन लोगों संजय, धनजी व पिंटू को जेल भेजा गया है. तीनों की संलिप्तता के पुख्ता साक्ष्य पुलिस के पास हैं. शूटरों को लाने वाला संतोष हो या ठहराने वाला डब्लू दोनों सिंह मैंशन से ही जुड़े हैं.
सिंह मैंशन की निगरानी जारी
निवार की रात से ही सरायढेला थाना के सिटी पेट्रोलिंग वाहन के साथ पुलिस सिंह मैंशन की निगरानी कर रही है. वाहन सिंह मैंशन के सामने खड़ा है और जवान तथा अफसर आठ-आठ घंटे के बाद बदल रहे हैं.
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