भाई ही संभालेंगे मजदूर राजनीति की कमान, अभी राजनीति में नहीं आयेंगी पूर्णिमा सिंह
धनबाद: पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा सिंह फिलहाल राजनीति में नहीं उतरेंगी. दिवंगत नेता के भाई अभिषेक सिंह एवं एकलव्य सिंह ही मजदूर राजनीति की कमान संभालेंगे. पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह जिनकी हत्या 21 मार्च 2017 को सरायढेला में कर दी गयी थी, पिछले लगभग आठ वर्षों से कोयलांचल की राजनीति […]
धनबाद: पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा सिंह फिलहाल राजनीति में नहीं उतरेंगी. दिवंगत नेता के भाई अभिषेक सिंह एवं एकलव्य सिंह ही मजदूर राजनीति की कमान संभालेंगे. पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह जिनकी हत्या 21 मार्च 2017 को सरायढेला में कर दी गयी थी, पिछले लगभग आठ वर्षों से कोयलांचल की राजनीति में सक्रिय थे.
उन्होंने वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव के दौरान राजनीति में कदम रखा था. चाचा बच्चा सिंह को धनबाद विधानसभा सीट से भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर नीरज बतौर निर्दलीय चुनाव लड़े थे. 18 हजार से अधिक मत ला कर सभी को चौंकाया था. इसके बाद वर्ष 2010 जून में धनबाद नगर निगम के हुए चुनाव में रिकॉर्ड मतों से जीत कर धनबाद के पहले डिप्टी मेयर बने. इस दौरान वे जनता मजदूर संघ (बच्चा गुट) की कमान संभाले रहे. वे यूनियन के संयुक्त महामंत्री थे. बाद में कांग्रेस में शामिल हुए. तमाम विरोध के बावजूद 2014 के विधानसभा चुनाव में झरिया से कांग्रेस का टिकट लेने में सफल रहे. हालांकि, यहां चुनाव में उन्हें अपने ही चचेरे भाई संजीव सिंह के हाथों शिकस्त खानी पड़ी. इसके बाद हाल के दिनों में नीरज की राजनीतिक सक्रियता काफी बढ़ी हुई थी.
भाई को मिल सकती है जिम्मेदारी
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार जमसं बच्चा गुट के महामंत्री पूर्व मंत्री बच्चा सिंह ही रहेंगे. लेकिन, नीरज की जगह संयुक्त महामंत्री का पद अभिषेक सिंह को दी जा सकती है. साथ ही एकलव्य सिंह को भी जिम्मेदारी दी जायेगी. पूर्णिमा सिंह को बाद के दिनों में सक्रिय राजनीति में उतारा जा सकता है.
जमसं में नीरज के उत्तराधिकारी की घोषणा दो-चार दिनों में कर दी जायेगी. हत्यारों ने परिवार व यूनियन को खत्म करने की जो साजिश रची है. उसे यहां के मजदूर सफल नहीं होने देंगे. हम लोग मजबूती से मजदूर राजनीति करेंगे. विरोधियों को पस्त करेंगे.
बच्चा सिंह, महामंत्री जमसं (बच्चा गुट)