पीएमओ से पत्र के बाद राज्य सरकार रेस

धनबाद: जेएसएससी की मुख्य परीक्षा रद्द होने के मामले में पीएमओ ने राज्य सरकार से सात दिनों के अंदर जवाब तलब किया है. इसके बाद से राज्य सरकार हरकत में आ गयी है. ताबड़तोड़ बैठक बुला कर जल्द से जल्द मामले के निबटारे का प्रयास किया जा रहा है. इधर जेएसएससी एवं अन्य परीक्षाओं में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2017 7:28 AM
धनबाद: जेएसएससी की मुख्य परीक्षा रद्द होने के मामले में पीएमओ ने राज्य सरकार से सात दिनों के अंदर जवाब तलब किया है. इसके बाद से राज्य सरकार हरकत में आ गयी है. ताबड़तोड़ बैठक बुला कर जल्द से जल्द मामले के निबटारे का प्रयास किया जा रहा है. इधर जेएसएससी एवं अन्य परीक्षाओं में हो रही विभागीय गलती एवं परीक्षा रद्द होने के विरोध में छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास से मिला था.

इस दौरान मुख्यमंत्री ने छात्रों की समस्या सुनी और जल्द बेहतरी का आश्वासन दिया. छात्रों ने बताया कि 21 अगस्त को जेएसएससी की पीटी परीक्षा हुई थी, जिसका परिणाम 14 अक्तूबर को जारी हुआ था. इस परीक्षा में हम अभ्यर्थी सफल रहे थे. 14 नवंबर को मुख्य परीक्षा ली जानी थी, जिसे अचानक स्थगित कर दिया गया और चार फरवरी को रद्द भी कर दिया गया. इससे हम अभ्यर्थियों का 13 महीना बरबाद हो गया. प्रतिनिधिमंडल में कुणाल प्रताप सिंह, अजय कुमार,रंजीत गुप्ता, सुदामा, छोटू ब्रजेश आदि शामिल थे.

आज मिले मुख्य सचिव से : अभ्यर्थियों ने बुधवार को मामले में मुख्य सचिव राजबाला वर्मा से मुलाकात की और अपनी समस्याओं को रखा.
धनबाद से शुरू हुआ था आंदोलन : आंदोलन धनबाद के छात्रों ने शुरू किया था. इसके लिए छात्रों ने सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों से सबसे पहले करीब पांच हजार छात्रों से संपर्क किया. पीएमओ से सभी पांच हजार छात्रों ने ऑनलाइन आवेदन देकर मामले में न्याय की गुहार लगायी थी.
क्या कहते हैं अभ्यर्थी
हमें आरएसएस का भी नैतिक समर्थन प्राप्त है. हमने झारखंड के अधिकारियों की लापरवाही और लेट लतीफी को पीएमओ और मुख्यमंत्री से अवगत करा दिया है. हमने 5000 शिकायती पत्र पीएमओ को भेजे थे.
श्री राम, करकेंद
खुद एवं अन्य छात्रों के साथ होनेवाली परेशानी किसी भी कीमत पर बरदाश्त नहीं करेंगे. जरूरत पड़ी तो इससे भी बड़ा उलगुलान होगा. प्रधानमंत्री जी से भी मिलकर अपनी समस्याओं को रखेंगे.
कुणाल प्रताप सिंह, भूली

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