ऑनलाइन होगी प्रोफेशनल कोर्स की परीक्षा

धनबाद : प्राचार्यों से कॉलेज में कंप्यूटरीकृत सिस्टम के लिए मौजूदा व्यवस्था से संबंधित रिपोर्ट मांगी गयी है, ताकि शीघ्र डिपोजिट्री सिस्टम लागू की जा सके. ये बातें विभावि के कुलपति डॉ गुरदीप सिंह ने कही. वह एसएसएलएनटी कॉलेज में ब्यूटी एंड वेलनेस के अवार्ड सेरेमनी में भाग लेने से पहले धनबाद रीजनल सेंटर में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2017 7:28 AM
धनबाद : प्राचार्यों से कॉलेज में कंप्यूटरीकृत सिस्टम के लिए मौजूदा व्यवस्था से संबंधित रिपोर्ट मांगी गयी है, ताकि शीघ्र डिपोजिट्री सिस्टम लागू की जा सके. ये बातें विभावि के कुलपति डॉ गुरदीप सिंह ने कही. वह एसएसएलएनटी कॉलेज में ब्यूटी एंड वेलनेस के अवार्ड सेरेमनी में भाग लेने से पहले धनबाद रीजनल सेंटर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि धनबाद में उर्दू में पीजी के प्रस्ताव को विभावि एकेडमिक काउंसिल से स्वीकृति मिल गयी है. अब सिर्फ टीचर्स की तलाश है.
एक सप्ताह में एसएसएलएनटी में नये प्राचार्य : वीसी डॉ सिंह ने कहा कि एसएसएलएनटी महिला कॉलेज में नये प्राचार्य का निर्णय एक सप्ताह के अंदर हो जायेगा. उन्होंने आरएसपी कॉलेज झरिया में छत का प्लास्टर गिरने से घायल स्टूडेंट्स के प्रति दुख जताया. कहा कि इस घटना के बाद विवि ने एक जांच कमेटी का गठन किया है, जो विभिन्न कॉलेजों की आधारभूत संरचना की स्थिति संबंधी रिपोर्ट देगी. कॉलेज के सेकेंड कैंपस के मुद्दे पर विवि ने अपना काम कर दिया है. निर्णय में देरी सरकार की ओर से हो रही है.
कॉलेजों में लागू होगा कैशलेस सिस्टम : उन्होंने बताया कि विभावि के तमाम कॉलेजों में कैशलेस सिस्टम लागू होना है. शुरुआत एसएसएलएनटी व पीके राय कॉलेज से हो चुकी है. दर्शनशास्त्र में स्टूडेंट्स से अधिक टीचर के सवाल पर कहा कि संबंधित प्राचार्य से रिपोर्ट मांगी जायेगी. एक सवाल के जवाब में वीसी डॉ सिंह ने कहा कि एसएसएलएनटी महिला कॉलेज की डॉ सरिता श्रीवास्तव के खिलाफ कई शिकायतें आयी हैं, मामले में प्राचार्य से रिपोर्ट मांगी गयी है. एसएसएलएनटी में वर्षों से संचालित टाइपिंग सेंटर कागजी तौर पर अब तक अधिकृत नहीं है. इसकी एजेंसी से जांच करायी जा रही है.
नैक के सर्वे का स्वरूप बदला : कुलपति डॉ.सिंह ने रीजनल सेंटर में प्राचार्यों के साथ बैठक में कहा कि अब नैक का भी सर्वे का स्वरूप बदल गया है. अब तकनीकी आधारित फीड बैक कॉलेज से लिया जायेगा, जो व्यवस्था पूरी तरह से पारदर्शी होगी. उन्होंने कहा कि जिस कॉलेज में नैक नहीं हो पाया है, वहां जल्द करायें. पेमेंट की समस्या राज्य सरकार की वजह से है. बैठक में पीके राय व एसएसएलनटी के प्राचार्य डॉ. एसकेएल दास, आरएस मोर गोविंदपुर की प्राचार्य डॉ. किरण सिंह, सिंदरी कॉलेेज के प्राचार्य डॉ.कामता सिंह, आएसपी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. लुगून सहित अन्य कॉलेजों के प्राचार्य शामिल थे.

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