सीने में उठे दर्द की अनदेखी न करें : डॉ सुमित आचार्य

धनबाद : सीने में उठने वाले दर्द की अक्सर लोग अनदेखी कर देते हैं. कभी-कभी गैस, दर्द आदि समझ कर लोग बाजार से पेन किलर आदि दवाएं ले कर खा लेते हैं. ऐसे मेंहृदय से जुड़ी बीमारी काफी जटिल हो जाती है. यह कहना है कि बरटांड़ स्थित एशियन द्वारिका दास जालान सुपर स्पेशिअलिटी अस्पताल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2017 8:28 AM
धनबाद : सीने में उठने वाले दर्द की अक्सर लोग अनदेखी कर देते हैं. कभी-कभी गैस, दर्द आदि समझ कर लोग बाजार से पेन किलर आदि दवाएं ले कर खा लेते हैं. ऐसे मेंहृदय से जुड़ी बीमारी काफी जटिल हो जाती है. यह कहना है कि बरटांड़ स्थित एशियन द्वारिका दास जालान सुपर स्पेशिअलिटी अस्पताल के काडियोलॉजिस्ट डॉ सुमित आचार्य का. उन्होंने बताया कि 28 अप्रैल 2017 सुबह आठ बजे जब सलीम अख्तर अपने बच्चों को स्कूल छोड़कर आ रहे थे, तब अचानक उनके के सीने में दर्द हुआ. सलीम तुरंत ही पास के डॉक्टर के पास पहुंचे.
डॉक्टर ने उनके दर्द की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एशियन द्वारकादास जालान अस्पताल जाने की सलाह दी. अस्पताल पहुंचने पर एशियन के डॉक्टरों ने उनके सीने में उठने वाले दर्द को गंभीरता से लेते हुए इसीजी कराने की सलाह दी. इसीजी की रिपोर्ट में यह बात साफ हो गयी कि सलीम के सीने में उठने वाला यह कोई आम दर्द नहीं, बल्कि मेजर हार्ट अटैक था. दिल को खून पहुंचाने वाली तीन धमनियों में से दो पूरी तरह बंद हो चुकी थी. डॉ आचार्य ने सलीम के परिजनों को तुरंत एंजियोप्लास्टी कराने की सलाह दी. डॉक्टरों ने दोनों धमनियों में जमे हुए कोलेस्ट्रोल को निकाल कर उसमें स्टेंट लगा दिया, जिससे खून का प्रवाह दिल में सुचारू रूप से हो सके. डॉ आचार्य का कहना है कि सलीम की आयु 45 वर्ष है और उनका खान-पान भी बहुत ही संतुलित है.
बावजूद इसके उनको दिल का दौरा पड़ा. डॉ आचार्य ने कहा कि आज संतुलित और सामान्य जीवन जीते हुए भी बीमारियों को रोक पाना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में सीने में उठने वाले किसी भी तरह के दर्द को एसीडिटी या गैस का दर्द समझकर अनदेखी नहीं करें. ऐसा होने पर तुरंत किसी अच्छे नजदीकी अस्पताल में डॉक्टर से मिलें. सलीम के मामले में उनके परिजनों ने समझदारी दिखाते हुए तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया, ताकि समय रहते हुए उनका जीवन बचाया जा सके.

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