पूछताछ में शूटर अमन सिंह ने किया खुलासा, मिली थी 50 लाख की सुपारी
धनबाद : यूपी के मिर्जापुर में गिरफ्तार अमन सिंह ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया है कि नीरज सिंह की हत्या विधायक संजीव सिंह ने करायी है. हालांकि उसे 50 लाख रुपये की सुपारी पंकज सिंह ने दी थी. उसे कहा गया था कि गाड़ी में सभी लोगों को मार गिराना है. हत्याकांड में उसने […]
धनबाद : यूपी के मिर्जापुर में गिरफ्तार अमन सिंह ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया है कि नीरज सिंह की हत्या विधायक संजीव सिंह ने करायी है. हालांकि उसे 50 लाख रुपये की सुपारी पंकज सिंह ने दी थी. उसे कहा गया था कि गाड़ी में सभी लोगों को मार गिराना है. हत्याकांड में उसने संलिप्तता स्वीकार की है. उसने बताया कि वह रिंकू सिंह के संपर्क में 2015 में आया था.
उसके कहने पर ही उसने पंकज सिंह से संपर्क किया. पंकज ने नीरज की हत्या के लिए कहा था. हत्या से पहले कुछ ही रकम मिली थी. संतोष के कहने पर पंकज ने उनलोगों से संपर्क किया था. धनबाद में वह विधायक संजीव सिंह के लोगों के साथ रहा. फिर किराये के मकान में रहा. स्टील गेट में ब्रेकर के समीप फार्चुनर से लौटने के दौरान नीरज की हत्या की योजना थी. हत्या के लिए उन लोगों को हथियार व गोली उपलब्ध करायी गयी थी. ठहराने से लेकर हथियार उपलब्ध कराने वाले सभी सिंह मैंशन के ही थे. हत्या को अंजाम देकर वे लोग भाग निकले. पंकज व संतोष भी पुलिस से बचने के लिए भागा फिर रहा है.
दोनों भेजे गये जेल : यूपी कोतवाली थाना की पुलिस ने शूटर अमन सिंह और उसके सहयोगी अभिनव सिंह उर्फ बट्टू को आर्म्स एक्ट में मिर्जापुर जिला जेल भेज दिया है. दोनों के पास से अवैध हथियार व कारतूस मिले थे. धनबाद से एक एसपी समेत चार पुलिस अफसर अमन से पूछताछ कर लौट आये हैं. अब अमन को ट्रांजिट रिमांड पर धनबाद लाने की तैयारी है.
मुन्ना बजरंगी का करीबी है पंकज सिंह
पुलिस सूत्रों का कहना है कि जेल में बंद रिंकू सिंह और नीरज हत्याकांड का मुख्य शूटर पंकज सिंह पूर्वांचल का माफिया मुन्ना बजरंगी का करीबी माना जाता है. हत्या की सुपारी देने में माफिया रिंकू सिंह और पंकज सिंह की संलिप्तता है.
सीबीआइ जांच को राजनाथ से मिले बच्चा व सुबोधकांत
पूर्व केंद्रीय मंत्री-सह-कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय एवं झारखंड के पूर्व मंत्री बच्चा सिंह ने आज केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिल कर पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की. गुरुवार को श्री सहाय एवं श्री सिंह ने नयी दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री से उनके कार्यालय में मुलाकात की. उनके साथ नीरज सिंह के अनुज अभिषेक सिंह तथा जमसं (बच्चा गुट) के उपाध्यक्ष सुग्रीव सिंह भी थे.
श्री सहाय ने कहा कि नीरज सिंह की कोयलांचल में लगातार लोकप्रियता बढ़ रही थी. मजदूरों के बीच पैठ बढ़ती जा रही थी. इससे चिढ़ कर ही प्रतिद्वंद्वियों ने नीरज सिंह सहित चार लोगों की हत्या करा दी. बच्चा सिंह ने कहा कि इस जघन्य हत्याकांड के डेढ़ माह बाद भी कई नामजद अभियुक्तों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पायी है. नामजद अभियुक्तों द्वारा साक्ष्य मिटाने की कोशिश चल रही है. इसलिए जल्द से जल्द सीबीआइ को यह मामला सौंप दिया जाना चाहिए.