आदिवासी-मूलवासी मंच का महाधरना

धनबाद: सीएनटी-एसपीटी संशोधन विधेयक रद्द करने की मांग को लेकर आदिवासी मूलवासी मंच ने सोमवार को रणधीर वर्मा चौक पर महाधरना दिया. वक्ताओं ने कहा कि सीएनटी- एसपीटी विधेयक आदिवासी-मूलवासी के लिए मौत का फरमान है. इस कानून के बनते ही हमारी जमीन से हमें बेदखल कर दिया जायेगा. जमीन हमारी मां है और बेटे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 9, 2017 7:26 AM
धनबाद: सीएनटी-एसपीटी संशोधन विधेयक रद्द करने की मांग को लेकर आदिवासी मूलवासी मंच ने सोमवार को रणधीर वर्मा चौक पर महाधरना दिया. वक्ताओं ने कहा कि सीएनटी- एसपीटी विधेयक आदिवासी-मूलवासी के लिए मौत का फरमान है. इस कानून के बनते ही हमारी जमीन से हमें बेदखल कर दिया जायेगा. जमीन हमारी मां है और बेटे को मां से कोई भी जुदा नहीं कर सकता है.
इस विधेयक को रद्द कराने के लिए सभी आदिवासी-मूलवासी विधायकों को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए. संशोधन विधेयक रद्द नहीं हुआ तथा गलत स्थानीय नीति को वापस नहीं लिया गया तो झारखंड में भीषण संघर्ष शुरू होगा. मणीपुर जैसी स्थिति झारखंड की हो जायेगी.

भूमि पर व्यावसायिक दर के आधार पर एक प्रतिशत टैक्स लगाना हमारे लिए फांसी का फंदा है, जिसे हम कतई बरदाश्त नहीं करेंगे. 17 मई को रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित महारैली में जाने का आह्वान किया गया. धरना को अरविंद महतो, तुलसी महतो, चक्रधर रवानी, पूर्व पार्षद गणपत महतो, उमेश महतो, भोला प्रमाणिक, सोनाली देवी, पार्षद चंदन महतो, पार्षद हरिपद महतो, अखिलेश महतो, अमलेश्वर महतो, सुकेश, रामपदों, अर्जून महतो, भुतेश्वर महतो, संजय महतो, लालचंद, योगेंद्र, महेश, राजेश, टिंकू, अकलू, बारिर, आनंद, दिलीप, निवेद, मंगलराम आदि ने संबोधित किया.

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