नीरज सिंह हत्याकांड: नीरज सिंह की हत्या कर शूटरों ने फोन पर कहा था जय माता दी
धनबाद: पूर्व डिप्टी मेयर नीरज समेत चार लोगों की हत्या को अंजाम देने वाले शूटर अपने आकाओं से फोन पर कोड वर्ड में बात करते थे. नीरज की हत्या के बाद शूटर अमन सिंह ने अपने सरगनाओं को फोन पर जय माता दी (काम होने जाने) कहा. उसे निर्देश था कि काम तमाम हो जाने […]
धनबाद: पूर्व डिप्टी मेयर नीरज समेत चार लोगों की हत्या को अंजाम देने वाले शूटर अपने आकाओं से फोन पर कोड वर्ड में बात करते थे. नीरज की हत्या के बाद शूटर अमन सिंह ने अपने सरगनाओं को फोन पर जय माता दी (काम होने जाने) कहा. उसे निर्देश था कि काम तमाम हो जाने पर फोन पर जय माता दी कहना है. पुलिस पूछताछ में अमन ने यह खुलासा किया है. उसने बताया कि हत्या के बाद उसने विंध्याचल में मां की पूजा की थी और चुनरी चढ़ायी थी. योजना से पहले व योजना पूरी होने के बाद वह पूजा करता है.
सर दमा का पेसेंट हैं …
अमन से पूछताछ में मिली जानकारी से पुलिस संतुष्ट नहीं थी. पुलिस अफसरों को लग रहा था कि वह बरगला रहा है. पुलिस मारपीट कर उससे सच्चाई जानना चाह रही थी. अमन रटा-रटाया जवाब दे रहा था. मारपीट के दौरान अमन ने पुलिस अफसरों से कहा : सर, दमा का पेसेंट हैं. ज्यादा मारपीट करियेगा तो मर जायेंगे. अगर मर जायेंगे तो आप लोग फंस जाइयेगा. हम जितना जानते हैं, उतना बोल दिये. अब आप समझिये. आप जितना भी कागज पर दस्तखत करायें हैं वह अाप लोगों के ही पास है. जो मन सो लिख लीजियेगा. बीमारी की बात सुन पुलिस अफसर नरम पड़ गये. अमन ने कहा कि उसके गांव में अधिकतर वैसे ही लोग मिलेंगे जो पैसे लेकर गोली चलाते हैं. वह पढ़ा-लिखा भी है. इसकी जांच कर लीजिए.
एक गोली के एक लाख मिलते हैं डॉक्टर साहब
पीएमसीएच में रविवार की रात के एक बजे के बाद अमन की मेडिकल जांच हो रही थी. एक डॉक्टर ने कहा कि अमन नाम है, पढ़े लिखे भी हो तो मर्डर जैसे गलत काम क्यों करते हो. अमन ने कहा कि सर गोली चलाना भी तो काम है. एक गोली चलाने के एक लाख मिलते हैं. इसी कारण गोली चलाते हैं. डॉक्टर चुप हो गये. अमन ने कहा कि देख रहे हैं न कि एक आदमी के लिए कितने पुलिस वाले लगे हैं.
नीरज को सबसे अधिक गोलियां मैंने मारी
पुलिस पूछताछ में अमन ने फिर स्वीकारा कि वह मिर्जापुर जेल में बंद रिंकू के कहने पर उसने पंकज से फोन पर बात की. उससे कहा गया कि धनबाद में एक बड़े आदमी की हत्या करनी है, काफी पैसे मिलेंगे. उसने पंकज से फोन पर बात की तो कहा कि 50 लाख मिलेंगे. पंकज के कहने अनुसार वह धनबाद पहुंचा. धनबाद में पंकज उसे एक घर में ले गया जहां तीन लोग पहले से मौजूद थे. तीनों में सतीश, विजय व मोनू थे. तीनों के साथ हत्या की रणनीति बनी. ब्रेकर के पास हत्या करनी थी, वह जगह दिखायी गयी.
कहा गया था कि फोन से नीरज सिंह के लोकेशन की जानकारी दे दी जायेगी. एक वॉकटॉकी की तरह था जिससे बताया गया कि नीरज ब्रेकर के पास अपनी फारचुनर से पहुंचने वाला है. पंकज किसी से फोन पर बात कर नीरज का लगातार लोकेशन ले रहा था. अमन का कहना है कि वे चारों लोग पुराना बाजार की तरफ चले गये थे. नीरज के ब्रेकर के समीप कुछ देर में पहुंचने की सूचना पर वे लोग लौट कर वहां आ गये. ब्रेकर के समीप चारों ने लगभग 15 मिनट तक इंतजार किया इसके बाद नीरज अपनी फारचुनर गाड़ी से पहुंचे थे.
अमन ने पुलिस को बताया कि योजना के अनुसार फारचुनर में आगे बैठे नीरज व ड्राइवर को गोली मारनी थी. सतीश ड्राइवर की तरफ सामने से गोली चला रहा था. वह खुद नीरज को गोली मारता रहा. नीरज को सबसे अधिक गोलियां उसने ही मारी है. पीछे बैठे लोगों को मारने या न मारने का कोई निर्देश नहीं था. लेकिन गोलियां लगने से वे भी मर गये. बकौल अमन वह पंकज से बात करता था. पंकज के अलावा वह रिंकू व अन्य लोगों को यूपी फोन करता था. हत्या करने के बाद वह बिहार होते हुए यूपी गया था.