पर्याप्त बिजली, पर डीवीसी में खराबी से संकट
धनबाद. धनबाद को जितनी बिजली चाहिए, उतनी बिजली डीवीसी के विभिन्न प्लांटों से मिली. लेकिन इसके बावजूद मंगलवार को दिन में बिजली कटौती की गयी. इस कारण लोगों को परेशानी हुई. ऊर्जा विभाग के कार्यपालक अभियंता रवि प्रकाश ने बताया डीवीसी की ओर से आये दिन खराबी आने के कारण बिजली की आपूर्ति बाधित हो […]
धनबाद. धनबाद को जितनी बिजली चाहिए, उतनी बिजली डीवीसी के विभिन्न प्लांटों से मिली. लेकिन इसके बावजूद मंगलवार को दिन में बिजली कटौती की गयी. इस कारण लोगों को परेशानी हुई. ऊर्जा विभाग के कार्यपालक अभियंता रवि प्रकाश ने बताया डीवीसी की ओर से आये दिन खराबी आने के कारण बिजली की आपूर्ति बाधित हो रही है.
आज गणेशपुर वन एवं टू फीडर में दोपहर डेढ़ बजे से ढ़ाई बजे तक, गोधर वन एवं टू में ढाई बजे से साढ़े तीन बजे तक और फिर गणेशपुर वन एवं टू में अपराह्न साढ़े तीन बजे से साढ़े चार बजे तक बिजली कटी रही. इधर डीवीसी के एक वरीय पदाधिकारी ने कहा कि निर्बाध आपूर्ति के लिए 35 सौ मेगावाट बिजली की जरूरत है. आज चार हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन हुआ. कोई तकनीकी खराबी आने के कारण ही बिजली कटी होगी.
सीएमडी अपने स्तर पर कर रहे निगरानी : इधर धनबाद में बिजली संकट को लेकर राज्य के ऊर्जा सचिव सह ऊर्जा विभाग के सीएमडी नितिन मदन कुलकर्णी लगातार अपने स्तर पर निगरानी कर रहे हैं. अगले दो चार दिनों में वह धनबाद भी आयेंगे और स्थिति की समीक्षा करेंगे. लापरवाह पदाधिकारियों पर गाज भी गिर सकती है.
जमा नहीं हो रहे हैं बिल : शहर के तेनुघाट से लेकर चिरकुंडा तक घर-घर जाकर ऊर्जा मित्रों ने स्पॉट बिलिंग का काम सात मई से शुरू कर दिया है. तीन दिनों में 12 हजार बिलिंग की गयी है. यह जानकारी विभाग के कार्यपालक अभियंता (स्थापना) मो असगर अली अंसारी ने दी. बताया कि ऊर्जा मित्र मीटर का फोटो लेकर फिर तुरंत बिल दे दे रहे हैं. लेकिन अभी डिपोजिट वाली मशीन नहीं आने के कारण स्पॉट पर बिल जमा नहीं हो पा रहा है. अगले महीने से स्पॉट पर ही बिल भी जमा होने लगेंगे. उन्होंने बताया कि अभी नयी एजेंसी है इसलिए बिल में त्रुटि न हो इसलिए संबंधित कार्यपालक अभियंताओं को निगरानी करने को कहा गया है.
पॉलिटेक्निक सब स्टेशन 12 को चालू होगा
पॉलिटेक्निक सब स्टेशन के पावर ट्रांसफॉर्मर की लाइन 12 मई को चार्ज किया जायेगा. उसके अगले दो से तीन दिनों में पॉलिटेक्निक, बाबूडीह, बारामुड़ी, पांडरपाला, झाड़ूडीह के उपभोक्ताओं की परेशानी कम होगी. छोटा-छोटा फीडर होने के कारण जब कभी बिजली कटेगी तो समस्या का समाधान तुरंत हो जायेगा.