चिंताजनक: बैंकों में ठन-ठन गोपाल, प्राय: एटीएम के शटर डाउन, एक महीने से आरबीआइ नहीं दे रहा कैश, पब्लिक को परेशानी
धनबाद: बैंकों में कैश की घोर किल्लत हो गयी है. पांच सौ व दो हजार के नोट की जगह सौ, पचास, बीस व दस के नोट से काम चलाया जा रहा है. कैश की किल्लत के कारण शहर की लगभग एटीएम के शटर गिर गये हैं. कैश नहीं अाया तो स्थिति विस्फोटक हो सकती है. […]
धनबाद: बैंकों में कैश की घोर किल्लत हो गयी है. पांच सौ व दो हजार के नोट की जगह सौ, पचास, बीस व दस के नोट से काम चलाया जा रहा है. कैश की किल्लत के कारण शहर की लगभग एटीएम के शटर गिर गये हैं. कैश नहीं अाया तो स्थिति विस्फोटक हो सकती है. बैंक सूत्रों की मानें तो पिछले एक महीने से आरबीआइ से कैश नहीं आ रहा है. आरबीआइ को लगातार डिमांड नोट्स भेजा रहा है, लेकिन कोई पहल नहीं हो रही है.
आरबीआइ को भेजा गया 200 करोड़ का डिमांड नोट्स : धनबाद से 200 करोड़ का डिमांड नोट्स आरबीआइ को भेजा गया है. पिछले एक माह से डिमांड नोट्स भेजा जा रहा है. मंगलवार को आरबीआइ ने कैश को लेकर सकारात्मक पहल का आश्वासन दिया है. कितना कैश आयेगा, यह आरबीआइ ने स्पष्ट नहीं किया है. संभवत: गुरुवार से बैंकों में कैश की किल्लत दूर हो जायेगी. कैश आने के बाद एटीएम से भी निकासी होने लगेगी.
बैंकों में कैश की कमी है. आरबीआइ को लगातार डिमांड नोट्स भेजा रहा है. पिछले एक माह से आरबीआइ से कैश नहीं आया है. बैंकों में कैश नहीं रहने के कारण एटीएम की स्थिति थोड़ी खराब है. दो से तीन दिनों में स्थिति में सुधार की संभावना है.
जय प्रकाश ठाकुर, मुख्य प्रबंधक, एसबीआइ हीरापुर ब्रांच