पेड़ व भू अर्जन को ले टू लेन में बाधा
धनबाद. गोविंदपुर-टुंडी-गिरिडीह टू लेन में पेड़ व भू अर्जन का मामला बाधक बन गया है. विभाग को लगभग 500 पेड़ हटाने हैं. विभाग ने एनओसी के लिए वन विभाग व मुख्यालय को पत्र भेज कर जल्द मंजूरी की मांग की है. इधर भू अर्जन के मामले में परेशानी हो रही है. काफी संख्या में रैयत […]
धनबाद. गोविंदपुर-टुंडी-गिरिडीह टू लेन में पेड़ व भू अर्जन का मामला बाधक बन गया है. विभाग को लगभग 500 पेड़ हटाने हैं. विभाग ने एनओसी के लिए वन विभाग व मुख्यालय को पत्र भेज कर जल्द मंजूरी की मांग की है. इधर भू अर्जन के मामले में परेशानी हो रही है. काफी संख्या में रैयत दावा कर रहे हैं, अब रैयतों को किस दर से राशि मुहैया करायी जायेगी, इस पर विभाग की नजर सरकार की ओर टिकी है. बता दें कि 44 किमी सड़क के लिए एशियन विकासशील बैंक (एडीबी) वित्तीय मदद कर रहा है.
डीपीआर मार्च 2015 में ही तैयार की गयी थी. नन फोरेस्ट में 350, फोरेस्ट में 150 पेड़ :टू लेन के लिए जमीन के किनारे नन फोरेस्ट इलाके में 350 पेड़ चिह्नित किये हैं. वहीं फोरेस्ट इलाके में 150 पेड़ चिह्नित किये गये हैं. इधर भू-अर्जन को लेकर रैयतों को दी जाने वाली उचित राशि पर फैसला नहीं हुआ है. सूत्रों की मानें को रैयतों को दी जाने वाली राशि को लेकर एक कानून कैबिनेट से पास होने वाली है. इसके बाद तय राशि रैयतों को मिलेगी.
पुलिया से उड़ रही धूल, बढ़ी परेशानी :इधर, टू लेन को लेकर इन पथों पर आधा दर्जन पुलिया बनाया गया है. लेकिन अभी काम बंद होने से यह परेशानी का सबब बन गया है. इन पुलियों से पार होने पर काफी धूल उड़ती है. पुलिया पर लगाये गये पत्थर की चिकनाहट से लोग छोटी-मोटी दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं. पहले पानी का छिड़काव कराया जाता था, लेकिन यह भी फिलहाल बंद है.