महज आठ घंटे मिल रही बिजली
कतरास: ट्रांसफॉर्मर के जलने से तकरीबन 50 हजार की आबादी को 24 घंटे में महज आठ से नौ घंटे ही बिजली मिल पा रही है. इससे इस भीषण गरमी में लोगों का जीना मुहाल है. सब-स्टेशन में कतरास बाजार, सोनारडीह, बांसजोड़ा फीडर से बिजली सप्लाई होती है, जबकि राजगंज फीडर व राजहंस फीडर का अलग […]
कतरास: ट्रांसफॉर्मर के जलने से तकरीबन 50 हजार की आबादी को 24 घंटे में महज आठ से नौ घंटे ही बिजली मिल पा रही है. इससे इस भीषण गरमी में लोगों का जीना मुहाल है. सब-स्टेशन में कतरास बाजार, सोनारडीह, बांसजोड़ा फीडर से बिजली सप्लाई होती है, जबकि राजगंज फीडर व राजहंस फीडर का अलग से बिजली दी जाती है. तीन फीडरों में बिजली की इस स्थिति से उपभोक्ता खासे परेशान हैं. शहर का व्यवसाय भी चौपट हो गया है. बिजली नहीं रहने से समुचित रूप से टंकी में पानी नहीं चढ़ पा रहा है.
एक माह बाद भी नहीं बना ट्रांसफॉर्मर
लोयाबाद. बांसजोड़ा छह नंबर पिट पर करीब एक माह पूर्व ट्रांसफॉर्मर स्विच में लगी आग के कारण लोयाबाद के करीब पांच हजार की आबादी बिजली के लिए तरस रही है. एक माह के बाद भी ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत नहीं करायी गयी है. इस कारण इस भीषण गरमी में हजारों लोग बेहाल हैं. बिजली आपूर्ति पुनः बहाल करने को लेकर मजदूर व ग्रामीण लगातार कोलियरी का चक्कर काट रहे हैं. किंतु प्रबंधन कोई ठोस पहल नहीं कर रहा है. इसे लेकर इलाके के लोगों में आक्रोश है.
लोग सड़क पर उतरने का मन बना रहे हैं. इस मामले में सिजुआ क्षेत्रीय अभियंता इएनएम एसएन सिंह ने कहा कि ट्रांसफॉर्मर व स्विच तैयार पड़ा हुआ है. लेकिन, बांसजोड़ा में ट्रांसफॉर्मर स्थापित नहीं किया जायेगा. इसकी कई वजह है.