तनाव में की थी आत्महत्या दबाव का खुलासा नहीं

तोपचांची इंस्पेक्टर उमेश कच्छप की मौत का मामला धनबाद : जीटी रोड पर जानवर लदे ट्रक चालक की फरजी मुठभेड़ वाली पुलिस टीम में शामिल करने व संबंधित केस का आइओ बना दिये जाने से तोपचांची थानेदार सह इंस्पेक्टर उमेश कच्छप परेशान थे. इसी तनाव व दबाव में उन्होंने अपने आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 22, 2017 6:09 AM

तोपचांची इंस्पेक्टर उमेश कच्छप की मौत का मामला

धनबाद : जीटी रोड पर जानवर लदे ट्रक चालक की फरजी मुठभेड़ वाली पुलिस टीम में शामिल करने व संबंधित केस का आइओ बना दिये जाने से तोपचांची थानेदार सह इंस्पेक्टर उमेश कच्छप परेशान थे. इसी तनाव व दबाव में उन्होंने अपने आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. सीआइडी जांच में आये तथ्य के आलोक में जारी सुपरविजन को एडीजी अजय कुमार सिंह ने मंजूरी दे दी है. हालांकि, अभी तक की जांच में इस का सबूत नहीं मिला है
कि इंस्पेक्टर उमेश ने किसी सीनियर अफसर के दबाव में आत्महत्या की. आत्महत्या से पहले ही इंस्पेक्टर से केस का प्रभार लेकर तत्कालीन बरवाअड्डा थानेदार शंकर कुमार को आइओ बना दिया गया था. एडीजी ने कांड के आइओ नरेंद्र कुमार सिंह को उमेश कच्छप की ओर से केस से संबंधित लिखी गयी अधूरी केस डायरी तथा तत्कालीन एसएसपी के शो कॉज के अपूर्ण जबाव से संबंधित कागजात जब्त करने को कहा है. आत्महत्या के बाद स्व. कच्छप के कमरे में दवा की एक शीशी भी मिली थी, जिसका सेवन वह पहले से करते रहे थे.
दारोगा संतोष पर कसेगा शिकंजा
एडीजी ने तोपचांची थाना में दर्ज यूडी केस व राजगंज थाना में जख्मी ट्रक चालक के भाई मो जाकिर की अोर से दर्ज कांड संख्या 27-2016 में भी दारोगा संतोष के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है.केस अज्ञात पुलिस वालों के खिलाफ है. अब संतोष की पिस्टल जांच में खुलासा हो चुका है कि जख्मी चालक को लगी गोली उसी पिस्टल की है. एेसे में संतोष अब स्वत: केस में नन एफआइआर अभियुक्त हो जायेंगे. अनुसंधानर्कता को डीएसपी मजरूल होदा समेत अन्य की भूमिका की भी जांच का निर्देश है.

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