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फुलारीबाद स्थित इंदिरा चौक की घटना, बचाव कार्य में देरी होने पर उग्र हुई भीड़, पथराव, वाहनों में तोड़फोड़
प्रतिनिधि, झरिया
अग्नि प्रभावित झरिया थाना क्षेत्र के फुलारीबाद के इंदिरा चौक पर बुधवार की सुबह 7.35 बजे अचानक हुई भू-धंसान में डेंटिंग मिस्त्री बबलू खान (40) व उनका पुत्र रहीम खान (10) उसमें समा गये. बबलू खान फुलारीबाद के रहनेवाले हैं. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दुर्घटना पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने मृतकों की आत्मा की शांति की कामना की. शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना जताई. उन्होंने आर्थिक सहायता के रूप में मृतक के परिजनों को 2-2 लाख रुपये देने की घोषणा की है.
घटनास्थल पर चार फीट व्यास का गोफ बन गया. वहां से भारी मात्रा में गैस रिसाव होने लगी. घटना की खबर जंगल में आग की तरह फैल गयी. बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पडे. झरिया पुलिस भी दल-बल के साथ पहुंच गयी. घटनास्थल की घेराबंदी कर इसकी जानकारी वरीय प्रशासनिक अधिकारियों को दी गयी. सूचना मिलने पर बस्ताकोला से बीसीसीएल की रेस्क्यू टीम भी बस से पहुंची. टीम ने घटनास्थल पर बने गोफ की यंत्र से जांच की.
यहां का तापमान 85 डिग्री सेंटीग्रेड बताया गया. इतने तापमान में रेस्क्यू टीम ने बचाव कार्य से हाथ खड़े कर दिये. कहा कि इतनी गरमी व जहरीली गैस के बीच बचाव कार्य संभव नहीं है. रेस्क्यू टीम के सुपरिटेंडेंट एसके दे व प्रबंधक अशोक कुमार घटनास्थल पर पहुंचे थे. उनके निर्देशन में रेस्क्यू टीम के दो सदस्यों ने मास्क पहन व यंत्र के साथ अपने शरीर में रस्सी बांध गोफ स्थल से निकल रही गैस के तापमान की जांच यंत्र से की. जांच में गैस को कार्बन मोनोऑक्साइड बताया. इसका तापमान 85 डिग्री सेंटीग्रेड बताया.
रेस्क्यू टीम की बात सुन भड़के लोग
रेस्क्यू टीम द्वारा जेसीबी मशीन मंगवा कर खुदाई करने की बात कहे जाने पर लोग उग्र हो गये. गुस्से में टीम की बस सहित आ-जा रहे अन्य वाहनों पर पथराव शुरू कर दिया. स्थानीय पुलिस ने लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया. इसी बीच डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह यहां पहुंचे. उन्होंने फोन कर जेसीबी मंगवायी. उसके बाद जमींदोज हुए लोगों को बचाने का कार्य शुरू हुआ.
थोड़ी ही देर में एसडीएम राकेश कुमार व सिटी एसपी अंशुमान कुमार, झरिया सीओ केदारनाथ सिंह मौके पर पहुंचे. पुलिस अधिकारियों ने उग्र भीड़ को समझा-बुझा कर शांत कराया. साथ ही धनबाद से अतिरिक्त बल मंगवा लिया गया. नगर निगम से दो जेसीबी मशीन मंगायी गयी, लेकिन मशीन का बुंब छोटा होने से मिट्टी खुदाई में परेशानी हो रही थी. इसके बाद सुशी आउटसोर्सिंग से दो शॉवेल मशीन मंगाकर बचाव कार्य शुरू किया गया. सुबह से शाम तक यहां लगभग 30 फीट खुदाई हो चुकी थी, लेकिन जमींदोज पिता-पुत्र को निकालने में सफलता नहीं मिली थी.
चाय पीने निकले थे पिता-पुत्र
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बबलू अंसारी अपने पुत्र रहीम खान के साथ इंदिरा चौक से चाय पीकर घर लौट रहे थे. फुलारीबाद स्थित एक दुकान के समीप रहीम खान पोल पकड़ कर खड़ा था. अचानक जोरदार आवाज के साथ जमीन धंसने लगी. रहीम को अंदर जाते देख पिता बचाने के लिए बच्चा के समीप पहुंचे, जिसमें दोनों समा गये. आसपास खड़े लोग यह दृश्य देखकर दहल गये.
घटना की सूचना आग की तरह क्षेत्र में फैल गयी. पीड़ित परिवार को जानकारी मिली तो रोती-बिलखती बबलू अंसारी की पत्नी रुख्साना परवीन व अन्य परिजन वहां पहुंचे. ये लोग छाती पीट-पीटकर लोगों से उन्हें बचाने की गुहार लगा रहे थे. स्थानीय लोगों ने परिजनों को ढांढ़स बंधाकर किसी तरह वहां से हटाया. भाजपा विधायक प्रतिनिधि अखिलेश कुमार सिंह, राजकुमार अग्रवाल, दिलीप भारती, बाबू जैना, स्वरूप भट्टाचार्या यहां पहुंचे. ये लोग इधर-उधर फोन कर अपने तरीके से बचाव कार्य की कोशिश की.
पथराव में टूटे वाहनों के शीशे
घटनास्थल पर लेट से जेसीबी पहुंचने व बचाव कार्य में देरी होने से नाराज भीड़ अचानक वाहनों में तोड़फोड़ करने लगी. आक्रोशित लोगों ने माइंस रेस्क्यू की बस संख्या बीआर 17 जी-0245 , हाइवा संख्या ओआर 19 जेएच- 6453, स्विफ्ट संख्या जेएच 09 जे 3832, एक एंबुलेंस, टेंपो व अन्य वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया.