धनबाद: परीक्षा से पहले छात्रों को सीबीएसइ प्रश्न पत्र देकर पांच-पांच हजार रुपये लेने के मामले में धनसार थाना में ठगी की एफआइआर दर्ज की गयी है. सरायढेला थाना के पीएसआइ अमित गुप्ता की शिकायत पर दर्ज केस में बरमसिया के विकास कुमार उर्फ विकास लाला व विवेक मंडल को नामजद किया गया है. विकास फरार है, मौके से गिरफ्तार विवेक को पुलिस ने जेल भेज दिया है.
एफआइआर में कहा गया है कि व्हाट्स एप से सीबीएसइ का पेपर मंगा करा प्रिंट कर छात्रों को पांच-पांच हजार रुपये में बेचा जाता था. यह काम विकास करता था. विकास विवेक के माध्यम से छात्रों से संपर्क करता था. विकास की ओर से दिये प्रश्न पत्र के आधे से अधिक प्रश्न अभी तक संपन्न हुए विषयों के परीक्षा के प्रश्न पत्र से मिले हैं. इन लोगों द्वारा पैसे लेकर छात्रों से ठगी की जा रही थी. छापामारी के दौरान प्रश्न पत्र की फोट कापी के साथ विवेक को पकड़ा गया था. विकास के खिलाफ अलग से आर्म्स एक्ट का मामला भी दर्ज किया गया है.
पुलिस आज मिलान करेगी: विवेक मंडल के मोबाइल पर एसएमएस से आये बारहवीं मैथ के प्रश्न पत्र का मिलान किया जायेगा. मैथ की परीक्षा गुरुवार को है. इसके बाद स्थिति और स्पष्ट होगी. धनसार थाना के थाना प्रभारी एमपी गुप्ता के अनुसार बैंक व एक्सपर्ट से बातचीत के आधार पर अब तक यही सामने आया है कि कहीं से भी यह मामला प्रश्न पत्र लीक का नहीं लगता. मामला पूरी तरह से ठगी का लगता है. प्रश्न पत्र एसएमएस करने वाले की भी तलाश पुलिस को है. मास्टर माइंड विकास के यहां से बरामद प्रश्न से लगता है कि संभावित प्रश्नों को सीबीएसइ का प्रश्न बता कर लोगों से ठगी की जा रही थी.
विकास के खिलाफ आर्म्स एक्ट की भी प्राथमिकी
प्रश्न पत्र देकर छात्रों से ठगी के मामले में छापामारी के दौरान विकास के घर से पुलिस ने पिस्टल की नौ गोली बरामद की थी. पीएसआइ अमित गुप्ता की शिकायत पर इस मामले में विकास कुमार उर्फ विकास लाला के खिलाफ आर्म्स एक्ट की एफआइआर दर्ज की गयी है. बरमसिया पानी टंकी के पास रहने वाला विकास एसके पांडेय के मकान में अपनी मां के साथ भाड़े पर रहता है. पिता की मृत्यु के बाद उसकी मां को रेलवे अस्पताल में नौकरी मिली है. डीएसपी अमित कुमार ने कहा है कि गुरुवार को मैथ का प्रश्न पत्र मिलान करने के बाद अगर जरूरत महसूस की गयी तो पुलिस सीबीएसइ को इस बारे में लिखेगी.
जिला को-आर्डिनेटर ने फोन नहीं उठाया
इस मामले में सीबीएसइ के जिला को-ऑर्डिनेटर सह दिल्ली पब्लिक स्कूल के प्राचार्य केबी भार्गव से इस बारे में उनकी टिप्पणी लेने की कोशिश की गयी लेकिन वह फोन नहीं उठा रहे हैं.
लीक नहीं ठगी का मामला लगता है
इंडियन स्कूल ऑफ लर्निग ग्रुप के निदेशक जेके सिन्हा ने बताया कि प्रश्न पत्र 9.30 बजे बैंक से लाया जाता है. वह पूरी तरह से सील रहता है तथा परीक्षा हॉल में ही उसे खोलने का नियम है. ऐसे में कहीं से भी मामला लीक का नहीं लगता . संभावित प्रश्न पत्र को प्रश्न पत्र बता कर लोगों के साथ ठगी की जा रही होगी.