मां ने उधार के 70 हजार रुपये मांगे, तो युवक ने गला घोंट कर बेटे को मार डाला

बुधवार से लापता था प्रिंस, बोरे में हाथ पैर बंधी अवस्था में मिला शव

By Prabhat Khabar News Desk | April 5, 2024 1:16 AM

प्रतिनिधि, केंदुआ,

मां ने उधार के 70 हजार रुपये मांगे, तो एक युवक ने गला घोंट कर उसके बच्चे की हत्या कर दी. घटना केंदुआडीह थाना क्षेत्र के अलकुसा स्थित गोरखपुरी कैंप मुहल्ले की है. मृतक किशोर प्रिंस (12) बुधवार की शाम से लापता था. वह आदर्श शिशु शिक्षा निकेतन में तीसरी कक्षा में पढ़ता था. यूपी के देवरिया से अन्य परिजनों के शुक्रवार को आने के बाद प्रिंस के शव का अंतिम संस्कार किया जायेगा. इस बीच, बच्चे की निर्मम हत्या से इलाके में सनसनी फैल गयी. बताया जाता है कि प्रिंस का शव गुरुवार को गोरखपुरी कैंप मुहल्ले के पास की झाड़ियों मिला. शव प्लास्टिक की बोरी में बांध कर फेंका हुआ था. उसके हाथ-पैर बंधे थे. बच्चे के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं. पुलिस ने हत्या के आरोप में मुख्य आरोपी रोहित गुप्ता और उसके एक नाबालिग सहयोगी को गिरफ्तार किया है. मृतक प्रिंस कुमार की मां गुड्डी देवी के बयान पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है.

मां से नोक-झोंक का बदला रोहित ने बेटे से लिया :

धनबाद डीएसपी विधि-व्यवस्था दीपक कुमार ने गुरुवार को केंदुआडीह थाना में पत्रकारों को बताया कि प्रिंस की मां गुड्डी देवी ने पुत्र का अपहरण कर हत्या करने की आशंका जताते हुए शिकायत की थी. इस आधार पर पुलिस प्रिंस की खोज कर रही थी. इसी क्रम में प्लास्टिक की बोरी में संदिग्ध वस्तु आरोपी रोहित गुप्ता के बगान की झाड़ियों के पास मिलने की सूचना पुलिस को मिली. केंदुआडीह थानेदार आरएन ठाकुर मौके पर पहुंचे और संदिग्ध बोरे की जांच की. उसे खोलने पर प्रिंस का शव निकला. उसके हाथ-पैर बंधे थे. पुलिस बगान के समीप स्थित रोहित के घर में जांच के लिए घुसी, तो शौचालय में खून के धब्बे मिले. रोहित गुप्ता की खोजबीन शुरू हो गयी. जांच के दौरान रोहित अपने घर से सटे एक झोंपड़ीनुमा घर के कमरे में छुपा मिला. पुलिस व स्थानीय लोग उसे निकलने के लिए आवाज लगाने लगे. दरवाजा भी खटखटाया, लेकिन रोहित ने दरवाजा नहीं खोला. पुलिस ने दरवाजा तोड़कर रोहित को बाहर निकाला और उसे थाना ले गयी. वहीं दूसरे नाबालिग आरोपी को स्थानीय लोगों के सहयोग से पकड़कर थाना लाया गया. पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को एसएनएमएमसीएच भेज दिया है. पोस्टमार्टम के बाद शव मर्चरी में रखा हुआ है.

घटना के बाद आरोपियों के खिलाफ लोगों में था आक्रोश

: घटना के बाद आरोपियों के खिलाफ मुहल्ले के लोगो में काफी आक्रोश था. केंदुआडीह थानेदार आरएन ठाकुर सहित थाना के अन्य पुलिसकर्मियों की सक्रियता व स्थानीय समाजसेवी बद्री रविदास, पलकधारी राजभर सहयोग से लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया गया. इस दौरान थानेदार ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन मुहल्ले के लोगो को देते हुए अनुसंधान में सहयोग करने को कहा.

बार-बार बेहोश हो रही थी प्रिंस की मां :

प्रिंस की मां गुड्डी देवी व उनकी बेटियों का रो रो कर बुरा हाल था. गुड्डी देवी बार-बार रोते हुए अक्रोशित हो हाथ में बांस का फठ्ठा लिए आरोपियों को अपने हाथों से सजा देने की बात कहते हुए बेहोश हो जा रही थी. डीएसपी (विधि व्यवस्था) श्री कुमार ने इस दौरान पत्रकारों को बताया : आरोपियों ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है. पूछताछ के क्रम में रोहित गुप्ता ने बताया कि उसने गुड्डी देवी से कुछ माह पूर्व 70 हजार रुपये उधार लिया था. रुपये लौटाने को लेकर कुछ दिनों पूर्व गुड्डी से बहस हुई थी. इसके बाद उसने एक लड़के के सहयोग से प्रिंस को अपने घर बुलवाया. इसके बाद दोनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी. डीएसपी आरोपियों को कुछ और मामले में संलिप्त होने की आशंका जाहिर की है. कहा : आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है. शौचालय के अंदर से मिले खून के धब्बों के नमूने कोफैरेंसिंक लैब भेजने के लिए कलेक्ट कर लिया गया है.

चार साल पहले हो गयी थी मृतक के पिता की मौत :

स्थानीय लोगो ने बताया की प्रिंस के पिता रामआज्ञा हरिजन की मौत लगभग चार साल पहले हो गयी थी. वे बीसीसीएल में कार्यरत थे. उनकी मृत्यु के बाद अनुकंपा पर गुड्डी देवी की नियुक्ति बीसीसीएल में हुई थी. पांच बेटियों के बीच प्रिंस इकलौता पुत्र था. वह आदर्श शिशु शिक्षा निकेतन में तीसरी कक्षा में पढ़ता था. शुक्रवार को अन्य परिजनों के देवरिया से आने के बाद प्रिंस के शव का अंतिम संस्कार किया जायेगा.

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