Dhanbad News: अभाविप राज्य सरकार के खिलाफ एक वर्ष तक नहीं करेगा आंदोलन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का तीन दिवसीय अधिवेशन तीन प्रमुख प्रस्तावों के साथ संपन्न हो गया. झारखंड के सभी जिलों से एक हजार से अधिक प्रतिनिधियों ने इस रजत जयंती अधिवेशन में लिया हिस्सा.
धनबाद.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तीन दिवसीय अधिवेशन के अंतिम सत्र में तीन प्रमुख प्रस्ताव पारित किए गये. अभाविप के क्षेत्रीय संगठन मंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ला ने अपने संबोधन में बताया कि राज्य के शैक्षणिक, आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श के बाद तीन महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किये गये. कहा कि राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में कुलपति, प्रति कुलपति, रजिस्ट्रार और अन्य प्रमुख अधिकारियों के पद लंबे समय से रिक्त हैं. अधिवेशन में इन पदों पर शीघ्र नियुक्ति की मांग की गयी. उन्होंने कहा कि राज्य में विभिन्न सरकारी विभागों में कुल 8.7 लाख पद रिक्त हैं. अधिवेशन में प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार से इन रिक्त पदों को शीघ्र भरने की मांग की गयी. इसके अलावा बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने की मांग की गयी. श्री शुक्ला ने बताया कि इस वर्ष अभाविप झारखंड में शैक्षणिक सर्वेक्षण करेगा. शैक्षणिक संस्थानों की आधारभूत सुविधाओं का जायजा लेगा. वहीं राज्य के हर शहर में ‘नगर खेल कुंभ’ का आयोजन किया जाएगा. प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में श्रद्धालुओं को परिषद के कार्यकर्ता सेवा प्रदान करेंगे.विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार को ज्ञापन देगा अभाविप
विद्यार्थी परिषद ने निर्णय लिया है कि विभिन्न मुद्दों को लेकर राज्य सरकार को शीघ्र ही ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके साथ ही सरकार को इन समस्याओं के समाधान के लिए एक वर्ष का समय दिया जाएगा। यदि इस अवधि में सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठाती है, तो संगठन आंदोलन के लिए बाध्य होगा. सम्मेलन के समापन पर पूर्व कार्यकर्ताओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.
राष्ट्रवादी विचार को अपना हथियार बनाएं, विरोधियों को भी साथ लायें : राणा प्रताप
गोविंदपुर स्थित केके पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर में आयोजित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का रजत जयंती प्रदेश अधिवेशन के अंतिम दिन अभाविप के पूर्व कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित किया गया. इसमें राज्य भर से 200 से अधिक पूर्व कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. अध्यक्षता संगठन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ श्रवण कुमार ने की. सम्मेलन में पूर्व कार्यकर्ताओं का स्वागत अभाविप के क्षेत्रीय संगठन मंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ला ने किया. आरएसएस के क्षेत्रीय बौद्धिक प्रमुख राणा प्रताप मुख्य वक्ता थे. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि पूर्व कार्यकर्ता संगठन की नींव हैं. उन्होंने कहा कि “संघ का लक्ष्य अपने विचारों और आचरण से लोगों को राष्ट्रवादी विचारधारा से जोड़ना है, न कि उन्हें शत्रु बनाना. संघ का कोई शत्रु नहीं है. इस देश का हर नागरिक भारतीय है और हर भारतीय संघ का अपना है. “कार्यक्रम में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं कोडरमा के पूर्व सांसद डॉ रवींद्र राय, राष्ट्रीय एसटी आयोग की सदस्य डॉ आशा लकड़ा, चतरा के पूर्व सांसद सुनील सिंह, राजमहल के पूर्व विधायक अनंत ओझा, पूर्व क्षेत्रीय संगठन मंत्री अनिल ठाकुर, पूर्व प्रदेश संगठन मंत्री सुशील कुमार, पूर्व प्रदेश सह संगठन मंत्री एवं भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पवन साहू आदि ने अपने विचार रखे. सम्मेलन में रांची विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष सूर्यमणि सिंह, भाजपा ओबीसी मोर्चा के अमरदीप यादव, भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री रूपेश सिन्हा, मुकेश पांडेय, अरुण राय, विनोद सिंह, राकेश कुमार, नरेंद्र त्रिवेदी, मदन तिवारी, पंकज गुप्ता, बबन बैठा, मनमीत अकेला, जग्गू साव, पंकज सिंह, राजेश मेहता, राजेश शाह, अमित तिवारी, सुजीत भारती समेत अन्य कई कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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