नीरज अंबष्ट, धनबाद.
गैंगस्टर अमन की धनबाद जेल में हत्या के आरोपी सुंदर महतो उर्फ रितेश यादव को अब वापस धनबाद मंडलकारा ( धनबाद जेल) भेजने की अनुमति कोर्ट ने सोमवार को दे दी है. इसके पहले रितेश यादव ने कोर्ट में गलत प्रमाण पत्र देकर खुद को नाबालिग बताया था. उसके बाद उसे बरमसिया बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया था. बाद में सीआइडी ने कोर्ट में रितेश यादव का सही प्रमाण पत्र दिया, जिसके आधार पर उसे वापस धनबाद जेल भेजने की अनुमति दी गयी है. अब उसे एक-दो दिन के अंदर बाल संप्रेक्षण गृह से मंडल कारा धनबाद शिफ्ट कर दिया जायेगा.गलत प्रमाण पत्र दिया था:
अमन सिंह की हत्या का आरोपी सुंदर महतो उर्फ रितेश यादव ने नाबालिग होने का लाभ उठाने के उद्देश्य से फर्जी आधार कार्ड बनवाया था. इसके आधार पर खुद को नाबालिग भी साबित किया था. ऐसे में न्यायालय के निर्देश पर उसे धनबाद जेल से बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया था. लेकिन बाद में सीआइडी की रिपोर्ट के आधार पर कोर्ट ने उसे बालिग मानकर वापस मंडल कारा भेजने का आदेश दिया है. वहीं पुलिस ने जब यूपी के प्रतापगढ़ निवासी रितेश के घर में छापामारी की थी तो उसके घर से मिले आधार कार्ड में जन्मतिथि 15 जुलाई 2002 दिया था. इसी आधार कार्ड के आधार पर उसे बालिग ठहराया गया और उसे वापस जेल भेज दिया गया.गोली मारकर की थी हत्या :
तीन दिसंबर 2023 को धनबाद जेल में बंद गैंगस्टर अमन सिंह अस्पताल में सोया हुआ था. इस दौरान जेल के अंदर ही रितेश यादव उर्फ सुंदर महतो को हथियार उपलब्ध कराया गया था, जिसे लेकर रितेश अस्पताल में घुसा और गोली मारकर अमन सिंह की हत्या कर दी थी. हत्या के बाद पुलिस ने जेल में छापामारी की और रितेश पकड़ा गया था.पुलिस ने उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की और उसने अपना जुर्म भी कबूल लिया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है