सत्यनारायण मंदिर में आदि शंकराचार्य की जयंती मनी
मुख्य यजमान संजय शिवलाल पंड्या, उनकी पत्नी नम्रता पंड्या थे. योगेश महाराज व जितेंद्र पांडे ने पूजन कराया.
झरिया.
आदि शंकराचार्य जयंती उत्सव समिति की ओर से झरिया में आदि शंकराचार्य की 40वीं जयंती रविवार को मनायी गयी. मुख्य यजमान संजय शिवलाल पंड्या, उनकी पत्नी नम्रता पंड्या थे. योगेश महाराज व जितेंद्र पांडे ने पूजन कराया. संचालन हरीश कुमार जोशी ने किया. इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुआ. अध्यक्षता भुजंगी भाई पंड्या ने की. नागपुर की कंपनी माही ग्रुप के निदेशक तुषार मेहता उपस्थित थे. अनिल ओझा, डॉ उपेंद्र दवे, कमल त्रिवेदी, तरुण शुक्ला ने शंकराचार्य की जीवनी पर प्रकाश डाला. मौके पर दिनेश ठाकर, मिलन ओझा, होमेश जोशी, साहिल त्रिवेदी, मुक्तेश्वर मिश्र, बलदेव पांडे, नरेश भट्ट, सोनल वोरा, महेंद्र जोशी, उमेश शाह, राजेश ठक्कर, तरुण भाई शुक्ला, प्रियंक भट्ट, नीरज ओझा, यमेश त्रिवेदी, पीयूष वेगड़, किरिट चौहान, जयेश रावल आदि थे.सत्संत सुनने से होता है सत्य का बोध :
बनियाहीर हनुमानगढ़ी में में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन प्रवचन में आचार्य सुरेंद्र हरिदास ने कहा कि हर मां-बाप को अपने बच्चों को अपने से बड़ों का सम्म्मान करने की सीख देनी चाहिए. गुरु, राजा, माता- पिता की अनुमति के बाद ही मनुष्य को अपना आसन ग्रहण करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सत्संग सुनने से मनुष्य को सत्य का बोध होता है. जिन लोगों के जीवन में सत्संग नहीं होता है उनका जीवन पत्थर के सामान होता है. अंतिम हवन के बाद भक्तों ने महाप्रसाद ग्रहण किया. मौके पर अनिल गोयल, नन्हे सिंह, शैलेंद्र सिंह, प्रभा सिंह, इंद्रजीत सिंह, राजेंद्र सिंह, लक्ष्मी नारायण सिंह, संजय सिंह, योगेंद्र यादव, मुरारी वर्मा आदि थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है