राजभवन के निर्देश की प्रत्याशा में आठ डिग्री कॉलेजों की संबद्धता दांव पर
15 अप्रैल को उच्च शिक्षा विभाग ने 15 दिनों के अंदर बीबीएमकेयू से मांगा था प्रस्ताव
वरीय संवाददाता, धनबाद,
राजभवन के निर्देश की प्रत्याशा में बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय में आठ संबद्ध डिग्री कॉलेजों में संचालित विभिन्न कोर्स की संबद्धता दांव पर है. इन कॉलेजों में कोर्स को आगे संचालित करने के लिए विवि के सिंडिकेट की मंजूरी जरूरी है. इसके बाद इनके संबद्धता विस्तारीकरण के लिए राज्य सरकार के अधीन उच्च शिक्षा निदेशालय को प्रस्ताव भेजा जायेगा. लेकिन अब तक सिंडिकेट की बैठक के लिए राजभवन से इजाजत नहीं मिली है. निदेशालय ने विवि को 15 अप्रैल को बीबीएमकेयू प्रशासन को यह प्रस्ताव भेजने के लिए 15 दिनों का समय दिया था. यह समय सीमा 30 अप्रैल को समाप्त हो रहा है. लेकिन विवि इस मुद्दे पर अभी तक सिंडीकेट की बैठक नहीं कर पाया है. बता दें संबद्ध डिग्री कॉलेजों में नये कोर्स के संचालन के लिए उच्च शिक्षा विभाग से संबंधित कोर्स के संचालन के लिए निदेशालय से भी संबद्धता लेना होता है. इसके लिए विवि की सिंडीकेट से उच्च शिक्षा निदेशालय को प्रस्ताव भेजा जाता है.इन बैठकों के लिए लेनी है इजाजत :
बीबीएमकेयू में अभी स्थायी कुलपति नहीं हैं. ऐसे में विवि सिंडिकेट की बैठक करने के लिए राजभवन से मंजूरी लेनी है. विवि प्रशासन ने इसके लिए राजभवन को प्रस्ताव भेजा है, लेकिन अभी तक इसके लिए इजाजत नहीं मिली है.फंसे हुए निर्णय : राजभवन के निर्देश की प्रत्याशा में विवि में अभी कई महत्वपूर्ण निर्णय फंसे हुए हैं. इनमें परीक्षा बोर्ड की बैठक भी शामिल है. इसके लिए भी एक महीने पहले प्रस्ताव भेजा गया था. अब तक इसकी इजाजत नहीं है. इसके साथ ही राजभवन ने अभी तक पोस्ट ग्रेजुएशन रिसर्च काउंसिल की बैठक के लिए इजाजत नहीं दी है. इस कारण हिन्दी विभाग से पीएचडी कर रहे कुछ शोधार्थियों की तीन साल की मेहनत दांव पर है. हालांकि इस संबंध में कुलपति प्रो पवन कुमार पोद्दार ने बताया कि वह खुद इन मुद्दों को लेकर राजभवन के संपर्क में हैं. उम्मीद की जा रही है कि इनको लेकर राजभवन से जल्द ही इजाजत मिल जायेगी.
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