धनबाद मंडल कारा में विचाराधीन बंदी अमन सिंह हत्याकांड के बाद मंडल कारा में पदस्थापित एक दर्जन से ज्यादा कर्मचारियों को बदल दिया गया है. उनके स्थान पर राज्य के विभिन्न जिलाें में पदस्थापित कर्मचारियों की पोस्टिंग की गयी है. सभी दो दिनों के अंदर अपना योगदान धनबाद मंडल कारा में दे देंगे. इसके बाद भी कई लोग अभी भी रडार पर हैं.
सीआइडी जांच के घेरे में कई कर्मचारी
अमन सिंह हत्याकांड के बाद तत्काल जेल सुपरिटेंडेंट, जेलर के अलावा कुछ सुरक्षा कर्मियों का तबादला और सस्पेंड कर दिया गया था. अब अन्य कर्मचारियों का भी तबादला किया गया है, लेकिन सीआइडी जांच अभी भी जारी है. कई कर्मचारियों को संदेह के घेरे में रखा गया है. सीआइडी लगातार जांच कर रही है. उन्हें लगता है कि कर्मचारियों की मिलीभगत के बिना इतनी बड़ी घटना नहीं हो सकती है. यदि हथियार गेट से अंदर गया तो उसमें कर्मचारी की लापरवाही या मिलीभगत हो सकती है और यदि बाहर से कोई हथियार अंदर फेंका गया है तो उसमें भी कर्मचारियों की मिलीभगत होगी. तभी तो हथियार अंदर आया और उसे गोदाम में रखा गया. घटना के दिन गोदाम से निकाल कर अमन सिंह को गोली मारी गयी.
कॉल डंप व मोबाइल लोकेशन से लगाया जायेगा पता
सूत्रों ने बताया कि जिस दिन हत्या हुई, उसके पहले का पूरा कॉल डंप निकालने की प्रक्रिया चल रही है. इससे पता चल पायेगा कि घटना के दिन और उसके पहले किस-किस नंबर से बातचीत हुई है. कौन लोग बात कर रहे हैं. इसके बाद उन लोगों से पूछताछ की जायेगी. वहीं इस कांड में रिंकू सिंह, आशीष रंजन व अन्य अपराधियों पर भी पुलिस की नजर है. उनके ठिकानों का पता लगाया जा रहा है. अब उन लोगों की गिरफ्तारी के बाद आगे मामले का खुलासा हो पायेगा.