नीरज अंबष्ट, धनबाद,
अब तक कागजों पर चल रहा एएचटीयू थाना मंगलवार को धरातल पर उतरा. मानव तस्करी को रोकने के लिए भारत सरकार के निर्देश पर राज्य सरकार द्वारा एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) थाना खोलना था, लेकिन धनबाद जिला में कागजों पर पूरा थाना का संचालन हो रहा था. एसएसपी के आदेश के बाद धनबाद थाना परिसर में ही तीन दिन पहले एएचटीयू थाना खोल दिया गया है. इसका प्रभारी सब इंस्पेक्टर चिरंजीत प्रसाद को बनाया गया है, जो मानव तस्करी से जुड़े मामलों को देखेंगे.
2016 में आया था आदेश :
भारत सरकार के निर्देश के बाद झारखंड के आठ जिलाें में वर्ष 2016 से ही एएचटीयू थाना खोलना था. कई जिलाें में यह थाना खोल दिया गया. लेकिन धनबाद में अभी तक इसका संचालन नहीं हो रहा था. एएचटीयू थाना को लेकर गृह मंत्रालय ने कई दिशा निर्देश भी दिये थे. इन थाना की आधारभूत संरचना पर निर्भया फंड से खर्च करना है.
अभी कई सुविधा देना बाकी :
धनबाद थाना के एक कमरे में खुले एएचटीयू थाना में सुविधाओं का अभाव है. अभी सिर्फ एक टेबल व कुछ कुर्सी लगाकर थाना का संचालन किया जा रहा है. इस थाना में और कई तरह की सुविधा होनी चाहिए. ऑफिस में प्रयोग किये जाने वाले सभी सामान के साथ ही, कंप्यूटर आदि की व्यवस्था होनी चाहिए.
ऐसे काम करेगा एएचटीयू थाना :
संबंधित जिला के एक थाने में एएचटीयू थाना होगा. लेकिन इस थाने का कार्यक्षेत्र संपूर्ण जिला में होगा. थाने में अवैध मानव व्यापार से संबंधित मामले दर्ज होंगे. साथ ही इनका अनुसंधान भी होगा. इन थानों के माध्यम से अवैध मानव व्यापार की रोकथाम के लिए अपराध, अपराधियों, इससे जुड़े संबंधित गिरोह का पूरा डाटा बेस भी तैयार किया जायेगा. ताकि कभी भी कोई मानव तस्करी का मामला आता है, तो पुलिस तुरंत कार्रवाई कर सके.