मरीज के इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप की जांच शुरू कर दी गयी है. कोडरमा के डोमचांच स्थित लाछनडीह के रहने वाले सनाउल्ला अंसारी की शिकायत पर सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानु प्रतापन के निर्देश गठित कमेटी ने जांच शुरू की है. मंगलवार को टीम में शामिल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने पीड़ित व उसके परिवार के सदस्यों से पूछताछ की. शिकायतकर्ता सनाउल्ला अंसारी ने बताया कि उनके 14 वर्षीय छोटे भाई चार माह पूर्व जामुन के पेड़ से नीचे गिर गये थे. इसमें उसका हाथ टूट गया था. इसके बाद धनबाद के नामधारी अस्पताल में भर्ती कराया था. चिकित्सकों ने ऑपरेशन किया. इसके बाद भी उसके हाथ में तकलीफ कम नहीं हुई. हाथ से सूजन और दर्द की समस्या बनी रही. बाद में भाई को रिम्स ले गये. जहां डॉक्टर ने भाई को हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी है. रिम्स के डॉक्टर ने बताया कि उसके भाई के हाथ में इंफेक्शन हो गया है. उसे काटना पड़ेगा.
इलाज के बाद मरीज को नहीं दिया गया डिस्चार्ज स्लिप :
पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि पीड़ित का नामधारी अस्पताल में इलाज किया गया. अस्पताल से छुट्टी होने के बाद मरीज को डिस्चार्ज स्लीप नहीं दी गयी. हालांकि, मरीज के परिजनों ने अस्पताल में ऑनलाइन पैसे का भुगतान करने का सबूत कमेटी के समक्ष रखा है. इसी के आधार पर कमेटी आगे की जांच करेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है