धनबाद.
आइआइटी आइएसएम में 1999 बैच के पूर्व छात्रों का दो दिवसीय सिल्वर जुबली एल्यूमिनाई मीट का आयोजन किया गया. अपने 25वें ग्रेजुएशन एनीवर्सरी के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल होकर छात्रों ने पुरानी यादें ताजा की. समारोह में दुनियाभर के प्रतिष्ठित उद्योगों और शैक्षिक संस्थानों से जुड़े आइआइटी आइएसएम के पूर्व छात्र, यूएसए, इंग्लैंड और भारत के विभिन्न हिस्सों से आये थे. इस दौरान उन्होंने अपने-अपने होस्टल, कक्षाएं, रामधनी स्टॉल, गोल्डन जुबली लेक्चर थिएटर, पेनमैन ऑडिटोरियम और इंस्टीट्यूट इनोवेशन हब बिल्डिंग को देखा. कार्यक्रम शनिवार को ‘एक पेड़ मां के नाम’ के तहत संस्थान के विभिन्न स्थानों पर पौधरोपण अभियान के साथ शुरू हुआ.शताब्दी समारोह के आयोजन पर विचार-विमर्श :
प्रोफेसर एमके सिंह, डीन अकादमिक और डायरेक्टर इंचार्ज ने छात्रों के सम्मान में लंच का आयोजन किया. इसमें पूर्व छात्रों के साथ विस्तृत चर्चा की गयी. इसमें संस्थान के आगामी शताब्दी समारोह के आयोजन पर विचार विमर्श किया गया, जो नौ दिसम्बर 2024 को संस्थान के स्थापना दिवस से शुरू होगा. प्रो एमके सिंह ने एलुमनी से ‘सपने मिलकर देखो, मिलकर बनाओ’ की अपील की और प्रस्तावित शताब्दी कार्यक्रमों के लिए उदारतापूर्वक योगदान देने का आग्रह किया. प्रो तन्मय मैती, एसोसिएट डीन, इंटरनेशनल रिलेशंस और एलुमनी अफेयर्स ने एलुमनी के लिए स्वागत संबोधन दिया. मृत्युंजय शर्मा, सहायक रजिस्ट्रार ने आगामी शताब्दी समारोह के संबंध में जानकारी दी. प्रो राजीव उपाध्याय, फैकल्टी इंचार्ज, एलुमनी अफेयर्स ने धन्यवाद ज्ञापन किया. डॉ. धीरज कुमार, हॉर्टिकल्चर ऑफिसर, आइआइटी आइएसएम ने पौधारोपण अभियान का समन्वय किया. कार्यक्रम के अंत में पूर्व छात्रों ने हेरिटेज बिल्डिंग के सामने ग्रुप फोटोग्राफी करायी.पूर्व छात्र अमृत सागर चोपड़ा ने आइआइटी को एक करोड़ रुपये दिया दान
धनबाद.
आइआइटी आइएसएम के 1961 माइनिंग इंजीनियरिंग विभाग के पूर्व छात्र अमृत सागर चोपड़ा ने संस्थान को एक करोड़ रुपये दान दिया है. उन्होंने यह दान संस्थान के शताब्दी वर्ष समारोह के लिए दिया है. उन्होंने एक करोड़ रुपये का चेक हाल ही में बेंगलुरु में प्रो आरएम भट्टाचार्जी, डीन इंटरनेशनल रिलेशंस और एलुमनी अफेयर्स और मृत्युंजय शर्मा, सहायक रजिस्ट्रार को सौंपा है. श्री चोपड़ा ने इससे पहले 2023 में भी इसी उद्देश्य से एक करोड़ रुपये दान दिये थे. अब तक उन्होंने शताब्दी वर्ष समारोह के लिए दो करोड़ रुपये दान किये हैं. निदेशक प्रो सुकुमार मिश्रा ने श्री चोपड़ा से मिले सहयोग के लिए सराहना की है. उन्होंने कहा किअमृत सागर चोपड़ा जैसे पूर्व छात्र संस्थान को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाते हैं. बता दें कि आइआइटी आइएसएम नौ दिसंबर, 2026 को मनाये जाने वाले 100वीं वर्षगांठ की तैयारी कर रहा है. इस ऐतिहासिक अवसर के तहत 100 कार्यक्रमों का आयोजन करने की योजना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है