वरीय संवाददाता, धनबाद.
पूर्व डिप्टी मेयर सह कांग्रेस नेता नीरज सिंह सहित चार लोगों की हत्या मामले में जेल में बंद अमन सिंह की हत्या तीन दिसंबर 2023 को जेल में ही कर दी गयी थी. इस हत्या में धनबाद थाना क्षेत्र के हीरापुर जेसी मल्लिक रोड निवासी आशीष रंजन उर्फ छोटू और इलाहाबाद (यूपी) के धर्मेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू का नाम पुलिस की जांच और उसके बाद सीआइडी की जांच में सामने आया था. लेकिन घटना के छह माह से ज्यादा समय बाद भी दोनों सीआइडी की पकड़ से दूर हैं. अभी भी अपने लोगों के संपर्क में है.अमन सिंह का खास गुर्गा रहा आशीष पुलिस के लिए सिरदर्द बना :
कभी अमन सिंह का खास गुर्गा रहा आशीष रंजन उर्फ छोटू पुलिस के लिए कई साल से सिरदर्द बन गया है. फरारी के बाद भी धनबाद में कई हत्याकांड में उसका नाम आ चुका है. पुलिस अब तक उसे पकड़ नहीं पायी है. उस पर दबाव बनाने के लिए उसके घर पर इश्तेहार भी चिपकाया गया था, लेकिन उसने सरेंडर नहीं किया.रितेश को सुंदर बनाकर लाने वाला पुलिस की पकड़ से दूर :
ज्ञात हो कि अमन सिंह हत्याकांड की पटकथा यूपी से लेकर नेपाल के होटल में तय हुई थी. रितेश नेपाल के बाद धनबाद पहुंचा. यहां एक पूरे गिरोह ने उसे अपने पास रखा और उसे सुंदर बनाकर पूरी तैयारी की. उसके बाद मुनीडीह ओपी की पुलिस ने उसे बाइक चोरी में पकड़कर धनबाद जेल भेजा. उसके कुछ दिन के बाद ही अमन सिंह की हत्या हो गयी. हत्या का बाद पूरा मामला खुला और सुंदर महतो के रितेश होने का पता चला. इस घटना में जिसने उसे धनबाद में रखा और जेल भेजने में मदद की, उस तक सीआइडी पहुंच नहीं सकी है. न ही उन लोगों के नाम सामने आ पाये हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है