कभी भी आक्रामक हो जाते हैं सड़क पर विचरण करते सांड, राहगीरों को कर देते हैं घायल, पलट देते हैं वाहन
पशुओं का आतंक : गाहे-बगाहे चलता है नगर निगम का अभियान, पर नहीं दिखता असर, बस्ताकोला गोशाला से रस्सी तोड़कर भाग गये थे तीन सांड
शहर की सड़कों पर इन दिनों आवारा पशुओं का आतंक बढ़ता जा रहा है. सड़क पर विचरण कर रहे सांड कभी भी आक्रामक हो जाते हैं. रोजाना अपने कामकाज के लिए बाहर निकलने वाले लोगों को इन सांडों की वजह से कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. सड़क पर सांडों की मौजूदगी न सिर्फ यातायात में रूकावट पैदा करती है, सांड कई बार स्थानीय दुकानदारों को नुकसान भी पहुंचाते हैं. इतना ही नहीं राहगीरों पर हमला कर उन्हें जख्मी भी कर देते हैं. वाहन भी पलट देते हैं. इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाये गये हैं. नगर निगम की ओर से 31 मई को सांडों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाने की पहल की गयी थी, लेकिन इसका असर दिख नहीं रहा. फिलहाल यह अभियान लगभग बंद है. यदा-कदा ही टीम सांड को पकड़ने के लिए सड़क पर उतरती है. लोगों का कहना है कि अब तो हालत यह हो गयी है कि सड़क व चौराहों पर सांड का कब्जा रहता है. ऐसा लगता है कि शासन-प्रशासन को इससे कोई मतलब नहीं है.
स्टील गेट में सड़क पर किसी भी दिशा से आ जाता है सांड :
स्टीलगेट में सड़क पर सांड कभी भी किसी भी दिशा से आ जाता है. इससे सड़क अवरुद्ध हो जाती है. इसके अलावा सब्जी बाजार में आये लोगों पर अक्सर सांड हमला कर देता है.रणधीर वर्मा चौक पर हर वक्त रहते हैं तीन-चार सांड :
रणधीर वर्मा चौक पर हर वक्त तीन-चार सांड रहते हैं. इससे स्थानीय लोग भयभीत रहते हैं. कई बार वाहन चालकों को भी परेशानी होती है. स्थानीय लोगों के अनुसार सांड अक्सर चौक पर इकट्ठा होते हैं और कभी-कभी लोगों को देखकर आक्रामक हो जाते हैं. कभी वाहन पर हमला कर देते है, तो कभी वाहनों को पलट भी देते हैं.गोशाला में कोई सुविधा नहीं :
बस्ताकोला गोशाला के सचिव मुरली पोद्दार ने बताया कि निगम की ओर से यहां शेड बनाने की बात कही गयी. लेकिन अभी तक शेड नहीं बनाया गया है. सांड को रखने में कोई दिक्कत नहीं है. मगर निगम कोई सुविधा तो दे. कुछ दिनों पहले निगम ने तीन सांड को पकड़ कर रखने को दिया था. बगैर किसी सुविधा के सांड को रखा गया, मगर सांड ने आतंक मचाने लगा. एक रात रस्सी तोड़ कर सांड भाग गये.लोगों ने कहा : आवारा पशुओं से मुक्ति दिलाये निगम
आये दिन सांड लोगों पर हमला कर देते हैं. कुछ दिनों पहले सांड ने मुझ पर भी हमला किया था. दिन प्रति दिन सांड का आतंक बढ़ता ही चला जा रहा है. निगम को इसके लिए कुछ करना चाहिए.अरुण राय,
हाउसिंग कॉलोनीरणधीर वर्मा चौक पर सांड जमा रहते हैं. आये दिन राहगीरों पर हमला कर देते है. कई बार तो सांड चौक से पार हो रहे ऑटो, बाइक चालकों पर आक्रामक हो कर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर देते हैं.दीपक कुमार,
रणधीर वर्मा चौकडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है