स्कूलों की अपील : बच्चों को नहीं दें वाहन, सुरक्षा का रखें ध्यान
जिले के निजी स्कूलों के बाहर चले यातायात पुलिस के अभियान के बाद अब स्कूल प्रबंधन की ओर से अभिभावकों को मैसेज कर बच्चों को वाहन नहीं देने को कहा जा रहा है.
धनबाद.
जिले के निजी स्कूलों के बाहर चले यातायात पुलिस के अभियान के बाद अब स्कूल प्रबंधन की ओर से अभिभावकों को मैसेज कर बच्चों को वाहन नहीं देने को कहा जा रहा है. ऐसा उनकी सुरक्षा को लेकर किया जा रहा है. नाबालिग बच्चे बाइक-स्कूटी आदि चलाकर स्कूल जाते हैं, इसके खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. कुछ दिन पहले भी डी-नोबिली स्कूल के बाहर बच्चों को बाइक-स्कूटी चलाते पकड़ा गया था. इस दौरान एसएसपी ने अभिभावकों को कड़ी हिदायत देकर उन्हें छोड़ दिया. इसे देखते हुए स्कूलों की ओर से अभिभावकों को जागरूक किया जा रहा है.अभिभावकों पर कार्रवाई का प्रावधान :
मोटर व्हीकल एक्ट में नाबालिग से हादसा होने पर उनके परिवार वालों के विरुद्ध कार्रवाई का प्रावधान है. यदि सड़क पर कोई नाबालिग बाइक-कार चलाता मिलेगा तो उसके अभिभावक पर जुर्माना करने और तीन माह कारावास का नियम है. इसके बावजूद अभिभावक अपने बच्चों को वाहन देकर स्कूल भेज रहे हैं. बिना हेलमेट-डीएल के बाइक से बच्चों के स्कूल आने पर प्रतिबंध है. ऐसे छात्रों को स्कूलों में प्रवेश न देने व उनकी बाइक बाहर खड़ी नहीं करने देने की बात हो रही है.नियमों का करें पालन :
स्कूलों की ओर से कहा गया है कि जब तक ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त नहीं होता बच्चों को वाहन चलाने को नहीं दें. अभिभावकों से अपील की जा रही है कि वे यातायात के नए नियमों को समझें और बच्चे के जीवन को सुरक्षित करने के लिए निर्धारित आयु पूरी करने पर ही उन्हें वाहन दें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है