वरीय संवाददाता, धनबाद.
बीसीसीएल सीएमडी समीरन दत्ता ने कहा कि देश व कंपनी हित में कोयला उत्पादन हमारी प्राथमिकता है, पर उत्पादन के साथ कंपनी के कमांड एरिया का विकास भी हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए. इसलिए एरिया प्रबंधन कोयला उत्पादन के साथ सीएसआर एक्टिविटी बढ़ायें. क्षेत्र में सामुदायिक विकास पर जोर दें, ताकि बीसीसीएल के साथ धनबाद कोयलांचल का विकास सुनिश्चित हो सके. इसके लिए फंड की कमी नहीं होने दी जायेगी. श्री दत्ता शनिवार को कोलकाता में आयोजित जीएम को-ऑर्डिनेशन मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे थे. सीएमडी ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी ने रिकॉर्ड कोयला उत्पादन, डिस्पैच व ओबी की निकासी की है. यह कंपनी के स्थापना से अबतक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. इसे आगे बरकरार रखना है. सीएमडी ने चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में 48 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया, साथ ही चालू वर्ष में कोयला डिस्पैच पर जोर देते हुए स्टॉक को इसी साल शून्य करने का भी निर्देश दिया. सीएमडी श्री दत्ता ने कहा कि बीसीसीएल जल्द 50 मिलियन टन व फिर 100 मिलियन की कंपनी होगी. इसके लिए सभी को सामूहिक प्रयास व सहयोग करने की जरूरत है. इस दौरान उन्होंने एक-एक कर कंपनी के 12 एरिया की समीक्षा करते हुए चालू वित्तीय वर्ष का लक्ष्य निर्धारित करते हुए जरूरी दिशा-निर्देश दिया. साथ ही गत वर्ष बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सभी को बधाई दी. मौके पर बीसीसीएल के निदेशक (कार्मिक) मुरली कृष्ण रमैय्या, निदेशक तकनीकी (परिचालन) संजय कुमार सिंह, निदेशक (वित्त) राकेश कुमार सहाय, निदेशक तकनीकी (योजना व परियोजना) एस नागाचारी के अलावा मुख्यालय व सभी एरिया के जीएम व विभागाध्यक्ष उपस्थित थे.