धनबाद.
ट्रेनों की सफाई को लेकर धनबाद यार्ड में स्वचालित कोच वाशिंग प्लांट स्थापित किया जा रहा है. इसी माह से इसे चालू करने का लक्ष्य है. ऐसे में काम तेजी से किया जा रहा है. इस नए प्लांट में कोचों की सफाई कर रैक को पिट लाइन में स्वचालित रखा जाएगा. इसमें जल पुनर्चक्रण और अपशिष्टों के उपचार को शामिल किया जायेगा, ताकि ताजे पानी की खपत कम से कम हो और उपचारित पानी को पर्यावरण में बहाया जा सके. रसायनों का उपयोग कर और उच्च दबाव वाले डिटर्जेंट के घोल के छिड़काव आदि से बाहरी सफाई की जायेगी. हालांकि कोच के अंदर की सफाई पूर्व की तरह ही मैनुअल की जायेगी.पानी की होगी बचत, मैन पावर भी कम लगेगा
स्वचालित कोच वाशिंग प्लांट के माध्यम से प्रति कोच केवल 200 लीटर पानी का उपयोग किया जाएगा. 22 कोच वाले प्रति रैक को धोने का समय सिर्फ 8-10 मिनट लगेगा. अभी मैनुअल सिस्टम में प्रति कोच करीब 400 लीटर पानी की खपत होती है. इसके अलावा बाहरी सफाई के लिए मानव शक्ति में कमी होगी. बेहतर गतिशीलता सुनिश्चित करने के लिए बहुत कम समय में रैक की धुलाई की जा सकेगी.
प्लांट को दिया जा रहा अंतिम रूप
प्लांट को स्थापित करने के लिए पूर्व में टेंडर हो चुका है. इसे स्थापित करने की प्रक्रिया भी करीब-करीब पूरी हो गयी है. धनबाद में मेंटेनेंस होने वाले ट्रेनों को इसका लाभ मिलेगा. हाल के दिनों में कई स्पेशल ट्रेनें धनबाद से चलायी जा रही हैं. स्थायी ट्रेनों के साथ ही स्पेशल ट्रेनों की सफाई पर आए दिन सवाल उठते हैं. ऐसे में नया प्लांट स्थापित होने से ट्रेनों की सफाई कम समय में हो सकेगी.
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