Dhanbad News: फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर निकली जागरूकता रैली
Dhanbad News: 10 फरवरी से शुरू हो रहे फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को लेकर शनिवार को मलेरिया विभाग की ओर से जागरूकता रैली निकाली गयी.
Dhanbad News: 10 फरवरी से शुरू हो रहे फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को लेकर शनिवार को मलेरिया विभाग की ओर से जागरूकता रैली निकाली गयी.
Dhanbad News: 10 फरवरी से शुरू हो रहे फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को लेकर शनिवार को मलेरिया विभाग ने जागरूकता रैली निकाली. रैली में एएनएम स्कूल की छात्राओं के साथ सदर अस्पताल व विभिन्न स्वास्थ्य केंद्र के कर्मी शामिल हुए. सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानु प्रतापन ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया. इस दौरान एएनएम स्कूल की छात्राओं और स्वास्थ्य कर्मियों ने अभियान को लेकर लोगों को जागरूक किया. फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर डीइसी व एल्बेंडाजोल की दवा अवश्य खाने की अपील की गयी. जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार के नेतृत्व में रैली निकाली गयी. मौके पर बीवीडी सलाहाकार रमेश कुमार समेत स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे.2248 बूथों पर कल खिलायी जायेगी फायलेरियारोधी दवा
फाइलेरिया उन्मूलन के लिए 10 से 25 फरवरी तक मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम चलाया जायेगा. 10 फरवरी को जिले के 2248 बूथों पर 4496 दवा प्रशासक द्वारा 26 लाख से अधिक लोगों को दवा खिलायी जायेगी. इस अभियान को सफल बनाने के लिए 428 सुपरवाइजर क्रियाशील रहेंगे. वहीं छूटे लोगों को 11 से 25 फरवरी तक घर-घर जाकर दवा खिलायी जायेगी. यदि किसी व्यक्ति के शरीर में माइक्रो फाइलेरिया की मौजूदगी होगी तो उसे सरदर्द, बुखार होने की संभावना है. अभियान को सफल बनाने को लेकर शनिवार को सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानु प्रतापन ने अपने कार्यालय में पत्रकार वार्ता में बताया कि फाइलेरिया दिव्यांगता पैदा करने वाली दूसरी सबसे बड़ी लाइलाज बीमारी है. इसकी वजह से हाथ, पांव का फूलना और हाइड्रोसील में सूजन होना शामिल है. मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के दौरान वर्ष में एक बार डीइसी एवं एल्बेंडाजोल दवा का खुराक लेने से इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है. वीबीडी पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार ने कहा कि फाइलेरिया एक वेक्टर जनित लाइलाज बीमारी है. यह जानलेवा नहीं है लेकिन इसकी वजह से शरीर में विकृति पैदा होती है. इसलिए इस रोग के बचाव के लिए एमडीएम कार्यक्रम के दौरान सभी व्यक्तियों को दवा का सेवन आवश्यक है. मौके पर वीबीडी सलाहकार रमेश कुमार सिंह समेत अन्य मौजूद थे.क्युलेक्स मच्छर के काटने से होती है यह बीमारी
सिविल सर्जन ने कहा कि फाइलेरिया गंदे पानी में पनपने वाली संक्रमित मादा क्युलेक्स मच्छर के काटने से होती है. इस मच्छर के काटने से मानव के पूरे जीवन में करोड़ों माइक्रो फाइलेरिया के रोगाणु का जन्म होता है. इसलिए सभी लोगों को इसकी दवा का सेवन करना चाहिए.अस्पताल, स्वास्थ्य केंद्र समेत रेलवे स्टेशन पर खिलायी जायेगी दवा
सीएस ने बताया कि सभी सीएचसी, पीएचसी, हेल्थ सब सेंटर, सदर अस्पताल, एसएनएमएमसीएच तथा धनबाद रेलवे स्टेशन पर लोगों को दवा खिलायी जायेगी.
इस तरह दी जायेगी दवा की खुराक
एक से दो साल तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल की आधी गोली (200 एमजी) पानी में घोलकर. दो से पांच वर्ष तक के बच्चों को डीइसी की एक गोली (100 एमजी) व एल्बेंडाजोल की एक गोली (400 एमजी). छह वर्ष से 14 वर्ष तक को डीइसी की दो गोली (200 एमजी), एल्बेंडाजोल की एक गोली, 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीइसी की तीन गोली 300 (एमजी) एवं एल्बेंडाजोल की एक गोली खिलायी जायेगी.गर्भवती महिलाओं को नहीं दी जायेगी दवा
एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं अत्यंत वृद्ध एवं गंभीर बीमार व्यक्तियों को दवा की खुराक नहीं दी जायेगी. किसी को भी यह दवा खाली पेट सेवन नहीं करना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है