Dhanbad News : आठ लेन में बाबा तिलका मांझी जयंती पर हुआ प्रतिमा का अनावरण

मूर्तिकार अर्जुन रामपाल की बनायी प्रतिमा है चीन में स्थापित

By Prabhat Khabar News Desk | February 12, 2025 1:05 AM
an image

बाबा तिलका मांझी स्मारक समिति द्वारा सरायढेला गोल बिल्डिंग चौक पर स्थापित प्रथम स्वतंत्रता सेनानी बाबा तिलका मांझी की प्रतिमा का अनावरण मंगलवार को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने किया. प्रतिमा अनावरण के बाद श्री मरांडी ने कहा कि बाबा मांझी ने अंग्रेजों के खिलाफ अपनी लड़ाई से ना केवल झारखंड के लोगों को बल्कि पूरे देश के लोगों को देश की आजादी के लिए प्रेरित किया. उनका बलिदान व संघर्ष हमेशा गलत के खिलाफी आवाज उठाने की प्रेरणा देता है. बाबा देश के प्रथम सेनानी थे. धनबाद के विधायक राज सिन्हा ने कहा कि बाबा मांझी ने युवा उम्र में ही जो देश के लिया किया है. इससे आज कल के युवा को सीख लेने की जरूरत है. उनके बलिदान को हमेशा याद किया जाएगा. मौके पर धनबाद के विधायक राज सिन्हा, झरिया की विधायक रागिनी सिंह, भाजपा के प्रदेश मंत्री गणेश मिश्र, जिलाध्यक्ष श्रवण राय, महामंत्री मानस प्रसून, प्रदीप मंडल ने बाबा मांझी को उनके जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की. बाबा तिलका मांझी स्मारक समिति की अध्यक्ष रायमुनी देवी ने स्वागत भाषण दिया. समिति के संरक्षक वीरेंद्र हांसदा एवं प्रमोद हेंब्रम ने संयुक्त रूप से मंच संचालन किया. समारोह में तारा देवी, विकास महतो रमेश कुमार राही, राजकुमार अग्रवाल धरमजीत सिंह परितोष सोरेन ज्ञान रंजन सिन्हा डाॅ लक्ष्मण सोरेन, सनातन सोरेन. रामकृष्ण सोरेन, प्रवीण हांसदा, चंद्रशेखर सिंह सहित कई नेता मौजूद थे.

संथाल नृत्य से हुआ स्वागत : कार्यक्रम के दौरान मौके पर आदिवासी समुदाय के बच्चों व महिलाओं द्वारा पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी का स्वागत संथाल नृत्य की प्रस्तुति से किया गया. इसमें बच्चों द्वारा कुम्मी, गरबा, चरकुला आदि नृत्य की प्रस्तुति की गयी.

धनबाद के अर्जुन रामपाल ने बनाई है बाबा तिलका मांझी की प्रतिमा :

तिलका मांझी चौक पर लगे मूर्ति को धनबाद के एक स्कूल के कला शिक्षक अर्जुन रामपाल ने बनाई है. पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने मूर्तिकार को सम्मानित भी किया.अर्जुन ने बताया कि उन्हें प्रतिमा बनने में लगभग तीन से चार माह का समय लगा. इस प्रतिमा को पूरी तरफ फाइबर से बनाया गया है. अर्जुन ने बताया कि फाइबर ऐसा मेटेरियल है कि उसे बहुत सेफ़्टी से साथ इस्तेमाल करना होता है. कोई भी चूक होने से टीबी जैसे बीमारी होने का भी खतरा रहता है. उन्होंने धनबाद में मेमको मोड़, सिटी सेंटर सहित कई जगहों पर लगी मूर्ति बनाई है. वर्ष 2024 में राज्य सरकार द्वारा उन्हें सम्मानित भी किया गया था.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version