Dhanbad News: दिसंबर का पहला सप्ताह खत्म होने को है. ऐसे में एक ओर जहां लोग पुराने साल की विदाई और नये साल का जश्न मनाने की तैयारी में लोग जुट गये हैं. वहीं राज्यस्तरीय पर्यटन स्थल का दर्जा प्राप्त धनबाद कोयलांचल का प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट मुनीडीह स्थित भटिंडा फॉल की स्थिति बदहाल है. इसकी मुख्य वजह साफ सफाई की कमी और देख-रेख का अभाव है. ऐसे में फॉल के चारों ओर गंदगी फैली है. पढ़ें संजय कुमार रवानी व प्रतीक पोपट की रिपोर्ट. यह पर्यटकों के लिए पानी, बिजली, सीढ़ी, चेंजिग रूम, शौचालय, झूला, पौधा, फूल बगानी, स्लाइडर, 25 से अधिक छतरी शेड, दो बड़े खुला शेड एवं एक बड़ा हॉल आदि की सुविधा उपलब्ध है. पूरे राज्य भर के अलावा यहां पश्चिम बंगाल से भी बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं. लेकिन जिला प्रशासन की उदासीनता और रख-रखाव में कमी के कारण इस सुविधाओं की बदहाली से भटिंडा पहुंचने के बाद पर्यटकों का मन छोटा हो जाता हैं. बावजूद इसके भटिंडा फॉल का प्राकृतिक मनोरम दृश्य आज भी अलौकिक है. यह बरबस पर्यटकों को आकर्षित करता है. यहां का कलकल जल और झरने की तरह चट्टानों से गिरता पानी पर्यटकों को अपनी और स्वत: खींच लाता है. यूं तो यहां सालों भर सैलानी आते हैं, लेकिन 25 दिसंबर से पूरे जनवरी माह तक पर्यटकों की भारी भीड़ रहती है.
कैसे पहुंचे भटिंडा फॉल :
मुनीडीह स्थित भटिंडा फॉल धनबाद मुख्यालय से 17 किलोमीटर दूर है. यहां आने के लिए धनबाद – बोकारो मुख्य सड़क स्थित पुटकी थाना से मुनीडीह कोलियरी के रास्ते मुनीडीह बाजार के बाद शनि मंदिर से बायें पीसीसी रोड होते हुए या बालूडीह चौक से सीपीपी प्लांट के रास्ते टेटंगाबाद ( कारीटांड़ ) होकर आसानी से पहुंचा जा सकता है.खरीदारी के लिए पुटकी एवं मुनीडीह बाजार ही एक मात्र विकल्प :
अगर आप पिकनिक में खाने-पीने के सभी सामान साथ लाते हैं तो ठीक है. वरना आपको खाने-पीने या अन्य जरूरत के सामान की खरीदारी के लिए पुटकी बाजार या मुनीडीह बाजार ही एक मात्र विकल्प हैं. भटिंडा में अस्थायी रूप से चाट चाउमीन, चाय, मिनरल वाटर आदि की दुकानें स्थानीय लोगों द्वारा लगायी जाती हैं. हालांकि अब यहां होटल भी खुल चुके हैं, जहां वेज/नॉन वेज खाना मिल जाएगा.करायी जा रही है सफाई :
यहां संचालित बिनोद बिहारी महतो स्मारक समिति के अध्यक्ष संदीप महतो ने बताया कि समिति की ओर से फाॅल की सफाई करायी जा रही है. डेंजर जोन की बैरिकेडिंग समेत सौंदर्यीकरण का काम जल्द ही पूरा करा लिया जायेगा. समिति के सदस्यों द्वारा बाइक एवं कार पार्किंग, फर्स्टऐड, मोबाइल ट्राॅफिक, फॉल के पास अलग-अलग स्थानों पर लाइफ जैकेट के साथ तीन गोताखोरों को सुबह से शाम तक तैनात किया जाता है. समिति के सचिव जेपी महतो ने कहा कि सफाई को ध्यान में रखते हुए यहां थर्माकोल के पत्तल, दोना आदि लाना वर्जित है. उन्होंने सैलानियों से सहयोग की अपील की.यहां जरा संभल कर रहें :
फाॅल के झरने में फिसलन हैं. ऐसे में फोटो खिंचवाने की होड़ न लगाये. फाॅल के ऊपर सात खटिया नामक कुआं है, जो 30 फीट से ज्यादा गहरा है. यहां पानी का घुमाव है, जो लोगों को गहरे पानी में ले जाता है. साथ ही फॉल के पास मंदिर के नीचे स्थिर पानी भी डेंजर जोन की श्रेणी में है. यहां सावधान रहने की जरूरत हैं. यहां कई हादसे हो चुके हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है