BBKMU विवि में शुरू विकास फंड का खाता होगा बंद, SSLNT कॉलेज धनबाद की प्रचार्य का ट्रांसफर रद्द

डॉ रानी ने विवि प्रशासन द्वारा स्थानांतरण के विरुद्ध राजभवन में लिखित शिकायत दर्ज भी करायी थी. राज्यपाल के आदेश पर अंडर सेक्रेटरी ने शुक्रवार को अधिसूचना जारी कर दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 15, 2023 8:40 AM

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विवि धनबाद में कुलपति द्वारा स्वयं खोले गये विवि विकास फंड खाता को तत्काल बंद करने का आदेश दिया है. साथ ही कुलपति प्रो सुकादेव भोई से स्पष्टीकरण मांगा है. इसके अलावा राज्यपाल ने एसएसएलएनटी कॉलेज धनबाद की प्राचार्या डॉ शर्मिला रानी का बीएसके कॉलेज मैथन में विवि द्वारा किये गये स्थानांतरण को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है.

डॉ रानी ने विवि प्रशासन द्वारा स्थानांतरण के विरुद्ध राजभवन में लिखित शिकायत दर्ज भी करायी थी. राज्यपाल के आदेश पर अंडर सेक्रेटरी ने शुक्रवार को अधिसूचना जारी कर दी है. जानकारी के अनुसार, कुलपति प्रो भोई ने विवि विकास फंड के नाम से एक नया खाता खोला था. जिसमें सभी 21 बीएड कॉलेजों से लगभग सात-सात लाख रुपये इसी खाते में जमा कराये गये.

वहीं सभी कॉलेजों के प्राचार्य से कम से कम एक लाख रुपये और विभागाध्यक्ष व शिक्षकों से भी इस खाते में प्रत्येक से लगभग 35 हजार से अधिक राशि जमा करायी गयी. इतना ही नहीं, कुलपति ने सभी प्राचार्यों व विभागाध्यक्षों को वोकेशनल कोर्स से भी 20 प्रतिशत राशि इसी खाते में जमा कराने का निर्देश दिया. राज्यपाल के पास शिकायत की गयी कि कुलपति द्वारा खोले गये इस नये खाते की स्वीकृति विभाग से भी नहीं ली गयी. इस नये खाते में छह करोड़ रुपये से भी अधिक की राशि कुलपति द्वारा जमा करा ली गयी है. राज्यपाल ने पुष्टि होने के बाद ही खाता को बंद करते हुए कुलपति से स्पष्टीकरण मांगा है.

डॉ शर्मिला नहीं ले सकती थीं नीतिगत व वित्तीय निर्णय

राज्यपाल को जानकारी मिली कि विवि द्वारा डॉ शर्मिला का स्थानांतरण करने के साथ-साथ उनके द्वारा नीतिगत व वित्तीय निर्णय लेने पर भी रोक लगा दी गयी थी. डॉ शर्मिला की जगह सीसीडीसी डॉ एके माजी को प्राचार्या का भी प्रभार दे दिया गया था. इस बीच शुक्रवार को डॉ शर्मिला के एसएसएलएनटी कॉलेज के प्राचार्य कक्ष को भी बंद करा दिया गया. अब राज्यपाल के निर्देश के बाद डॉ शर्मिला एसएसएलएनटी कॉलेज की प्राचार्या बनी रहेंगी.

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