‍BBMKU New VC: धनबाद के बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के नए वीसी होंगे डॉ राम कुमार सिंह

‍BBMKU New VC: धनबाद के बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के नए वीसी (कुलपति) डॉ राम कुमार सिंह नियुक्त किए गए हैं. राजभवन ने इस बाबत अधिसूचना जारी कर दी है. स्थायी कुलपति का पद पिछले नौ महीने से प्रभार में है.

By Guru Swarup Mishra | July 1, 2024 10:28 PM
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‍BBMKU New VC: धनबाद-बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के नए कुलपति (वीसी) प्रो (डॉ) रामकुमार सिंह होंगे. वह विश्वविद्यालय के तीसरे स्थायी कुलपति होंगे. उनकी नियुक्ति से संबंधि त अधिसूचना सोमवार को राजभवन से जारी कर दी गयी है. इसके साथ ही प्रो उनकी नियुक्ति उनके योगदान देने के दिन से तीन वर्षों के लिए किया गया है. प्रो (डॉ) राम कुमार सिंह वर्तमान में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के एग्रीकल्चर विभाग में एग्रोनॉमी के प्रोफेसर हैं. बीबीएमकेयू में स्थायी कुलपति का पद पिछले नौ महीने से प्रभार में है. अभी बीबीएमकेयू के प्रतिकुलपति प्रो पवन कुमार पोद्दार विवि के प्रभारी कुलपति हैं. उनसे पहले प्रो शुकदेव भोइ विश्वविद्यालय के कुलपति थे. इन्हें राजभवन ने भ्रष्टाचार के आरोप में पद मुक्त कर दिया था.

नए कुलपति इसी सप्ताह देंगे योगदान

कुलपति बनने के बाद प्रभात खबर से बातचीत में प्रो राम कुमार सिंह ने बताया कि वह इसी सप्ताह धनबाद के बीबीएमकेयू में योगदान देंगे. उन्हें नियुक्ति संबंधी पत्र मिल गया है. प्रो सिंह ने बताया कि नये विश्वविद्यालय में काम करने की अपनी चुनौतियां होती है. इसलिए वह पहले योगदान देंगे. इसके बाद ही बीबीएमकेयू को लेकर व्यापक रूप से बात करेंगे.

कृषि वैज्ञानिक हैं प्रो राम कुमार सिंह

बीबीएमकेयू ने नवनियुक्त कुलपति प्रो (डॉ) राम कुमार सिंह कृषि वैज्ञानिक हैं. उन्हें कृषि विज्ञान के क्षेत्र में जल संसाधन को लेकर विशेषज्ञता प्राप्त है. इसके अलावा वे गन्ना, धान, गेहूं, अलसी, जल प्रबंधन और खरपतवार नियंत्रण, उच्च तकनीक संरक्षित खेती के भी विशेषज्ञ हैं. प्रो राम कुमार सिंह इंडियन सोसाइटी ऑफ एग्रोनामी नयी दिल्ली, भारतीय खरपतवार विज्ञान सोसाइटी और शुगरकेन टेक्नोलाजिस्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के भी सदस्य हैं. प्रो सिंह को भारत सरकार के गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग की ओर से 2026 में राजभाषा गौरव सम्मान और बीएचयू के कृषि विज्ञान संस्थान से हिंदी पुस्तक लेखन में उत्कृष्टता का सम्मान प्रदान किया गया है. वह पिछले 17 सालों से एग्रोनॉमी विभाग में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं. यहां से पहले वह जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय पंतनगर में अक्तूबर 1993 से लेकर 2007 तक असिस्टेंट, एसोसिएट और प्रोफेसर के पद पर कार्यरत रहे थे. वह यूपी काउंसिल ऑफ सुगरकेन रिसर्च, शाहजहांपुर में बतौर वैज्ञानिक काम कर चुके हैं.

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