बीसीसीएल ने चालू वित्तीय वर्ष (2024-25) के जुलाई माह में लक्ष्य का 84 प्रतिशत कोयला उत्पादन व डिस्पैच किया है. जुलाई माह में कंपनी का लक्ष्य 3.937 मिलियन टन उत्पादन व 4.031 मिलियन टन कोयला डिस्पैच करना था. जबकि कंपनी 3.323 मिलियन टन उत्पादन व 3.382 मिलियन टन कोयला डिस्पैच किया है. इस दौरान बीसीसीएल का उत्पादन ग्रोथ 1.3 व डिस्पैच का ग्रोथ 0.2 प्रतिशत निगेटिव में है. इसकी मुख्य वजह कंपनी के 12 में से 10 एरिया का खराब प्रदर्शन है. बीसीसीएल के ब्लॉक-टू व इजे एरिया को छोड़ दें, तो कंपनी की अन्य 10 एरिया अपने उत्पादन लक्ष्य से काफी पीछे रह गयी है. जबकि गोविंदपुर, लोदना व इजे एरिया को छोड़ बीसीसीएल की अन्य 9 एरिया अपने डिस्पैच लक्ष्य से पीछे रह गयी है. इस दौरान उत्पादन व डिस्पैच की दृष्टिकोण से बीसीसीएल की महत्वपूर्ण एरिया में शामिल कतरास, सिजुआ, बस्ताकोला, कुसुंडा व सीबी एरिया का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है. जबकि ब्लॉक-टू व इजे एरिया का प्रदर्शन बेहतर रहा है.
वार्षिक लक्ष्य से भी पीछे चल रही बीसीसीएल :
बीसीसीएल ना सिर्फ अपने मासिक, बल्कि वार्षिक लक्ष्य से भी पीछे चल रही है. आंकड़ों के मुताबिक़ अप्रैल से जुलाई माह तक कंपनी का लक्ष्य 14.940 मिलियन टन उत्पादन व 15.034 मिलियन टन कोयला डिस्पैच करने का था. इसके मुकाबले कंपनी अबतक 13.857 मिलियन टन उत्पादन व 13.169 मिलियन टन कोयला डिस्पैच किया है, जो उत्पादन लक्ष्य का 93 प्रतिशत व डिस्पैच लक्ष्य की 88 प्रतिशत है. हालांकि इस दौरान बीसीसीएल का वार्षिक उत्पादन ग्रोथ 5.5 प्रतिशत व डिस्पैच का ग्रोथ 1.1 प्रतिशत पॉजिटिव में है. बता दें कि बीसीसीएल के बरोरा, बस्ताकोला, इजे व पीबी एरिया ने ही अपने वार्षिक लक्ष्य के मुताबिक़ कोयला उत्पादन किया है, जबकि अन्य सभी 8 एरिया लक्ष्य से पीछे चल रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है