बीसीसीएल जीएम को-ऑर्डिनेशन की मीटिंग मंगलवार को कंपनी मुख्यालय कोयला भवन में हुई. अध्यक्षता बीसीसीएल सीएमडी समीरन दत्ता ने की. कहा : अगस्त माह में कंपनी अपने उत्पादन व डिस्पैच लक्ष्य से पीछे रह गयी है. इसलिए सभी एरिया प्रबंधन सितंबर माह में जोर लगायें और ना सिर्फ लक्ष्य के मुताबिक, बल्कि उससे ज्यादा कोयले का उत्पादन व डिस्पैच सुनिश्चित करें. भूमिगत खदानों में भरे पानी की निकासी के लिए क्षमता के मुताबिक पंप का संचालन करें. जहां आवश्यकता है, वहां अतिरिक्त पंप लगाये. सीएमडी ने कोयला चोरी पर रोक लगाने के लिए इंट्रिग्रेटेड कमांड कंट्रोल सिस्टम को जल्द से जल्द चालू करने पर जोर दिया. मीटिंग में बीसीसीएल के डीपी मुरली कृष्ण रमैय्या, डीटी संजय कुमार सिंह, डीएफ राकेश कुमार सहाय समेत मुख्यालय व एरिया के सभी जीएम व एचओडी उपस्थित थे.
अगस्त माह में लक्ष्य का 66% उत्पादन व 63% कोयला डिस्पैच :
बीसीसीएल ने अगस्त माह में अपने उत्पादन लक्ष्य का 66 प्रतिशत उत्पादन व 63 प्रतिशत कोयला डिस्पैच किया है. बीसीसीएल के आंकड़ों के मुताबिक उक्त माह में कंपनी का लक्ष्य 3.96 मिलियन टन उत्पादन व 4.12 मिलियन टन कोयला डिस्पैच का था. इसके मुकाबले बीसीसीएल 2.62 मिलियन टन उत्पादन व 2.59 मिलियन टन कोयला डिस्पैच किया है. इस दौरान कंपनी का उत्पादन ग्रोथ 15.4 प्रतिशत व डिस्पैच का ग्रोथ करीब 16.6 प्रतिशत निगेटिव है.इजे एरिया को छोड़ सभी एरिया उत्पादन लक्ष्य से पीछे :
बीसीसीएल के आंकड़ों पर गौर करें, तो कंपनी के इजे एरिया को छोड़ दे तो अन्य सभी 11 एरिया अपने उत्पादन लक्ष्य से पीछे रह गयी है. जबकि बीसीसीएल की एक भी एरिया अपने डिस्पैच लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है