बीसीसीएल के कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है. कंपनी के अधिकारी व कर्मचारियों के साथ-साथ उनके आश्रित अब दिल्ली के वल्लभभाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट में अपना इलाज करा सकेंगे. इसके लिए शुक्रवार को बीसीसीएल व वल्लभभाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट (वीपीसीआई), दिल्ली विश्वविद्यालय के साथ एक समझौता (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुआ. मौके पर बीसीसीएल की ओर से कंपनी के निदेशक (कार्मिक) मुरली कृष्ण रमैया ने एमओयू पर हस्ताक्षर किया. उन्होंने कहा कि इस समझौता से कंपनी के कर्मचारियों के स्वास्थ्य देखभाल मानकों में सुधार होगा. हम अपने कर्मचारियों व समुदाय की भलाई के लिए सतत प्रयासरत हैं. यह समझौता कर्मचारियों के स्वास्थ्य में सुधार के साथ-साथ धनबाद क्षेत्र के नागरिकों को भी लाभान्वित करेगा.
धनबाद का जल्द दौरा करेंगे विशेषज्ञ डॉक्टर :
डीपी श्री रमैया ने बताया कि वल्लभभाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट के विशेषज्ञ डॉक्टर जल्द धनबाद का दौरा करेंगे. बीसीसीएल अपने सीएसआर योजना के तहत धनबाद के नागरिकों को भी विशेष चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगा. वल्लभभाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट के डॉक्टर बीसीसीएल के मेडिकल स्टाफ को फेफड़ों की बीमारियों के उपचार और प्रबंधन के क्षेत्र में भी तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान करेंगे. इससे बीसीसीएल के डॉक्टरों की विशेषज्ञता में वृद्धि होगी. साथ ही मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं मिलेंगी. बॉक्स :वीपीसीआई बीसीसीएल के सूचीबद्ध अस्पतालों में दर्ज :
बता दें कि वल्लभभाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट (वीपीसीआई) फेफड़ो की बीमीरियों के लिए देश का शीर्ष संस्थान है. यह संस्थान अब बीसीसीएल के सूचीबद्ध अस्पतालों में दर्ज हो गया है. समझौते के तहत बीसीसीएल के कर्मियों व उनके आश्रितों को वल्लभभाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट में विशेष चिकित्सा सेवाओं का लाभ मिलेगा. श्वसन व फेफड़ों की बीमारियों विशेषकर अस्थमा व क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पलमोनरी डिजीज (सीओपीडी, ब्रोन्किइक्टेसिस, सिस्टिक फाइब्रोसिस, ट्यूबरक्लोसिस आदि) के इलाज में मदद मिलेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है