इसीएलकर्मी से दुर्व्यवहार के विरोध में बीसीकेयू ने एरिया कार्यालय में जड़ा ताला
दो संवेदकों पर दुर्व्यवहार व गाली-गलौज करने का आरोप, जीएम ने जांच कर कार्रवाई का दिया आश्वासन
दो संवेदकों पर दुर्व्यवहार व गाली-गलौज करने का आरोप, जीएम ने जांच कर कार्रवाई का दिया आश्वासन
मुगमा.
इसीएल कर्मी सह बीसीकेयू के यूनिट सचिव दीपक कुमार सिंह के साथ संवेदक मनोज सिंह व संजय सिन्हा द्वारा दुर्व्यवहार के विरोध में बीसीकेयू नेताओं ने शुक्रवार की सुबह आठ बजे इसीएल के मुगमा क्षेत्रीय कार्यालय में ताला जड़ दिया. यूनियन के सदस्यों व कर्मियों ने करीब तीन घंटे तक कार्यालय गेट पर धरना दिया. बाद में एपीएम रति मोहन शर्मा व बाबूलाल पांडेय पहुंचे और मामले की सुलझाने का आश्वासन दिया. इसके बाद धरना समाप्त हुआ.क्या है मामला :
इसीएल कर्मी दीपक सिंह का आरोप है कि इसीएल के ठेकेदार मनोज सिंह व संजय सिन्हा द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया. गाली-गलौज की गयी थी. इसके विरोध में बीसीकेयू नेताओं व सदस्यों ने कार्यालय पर ताला जड़ कर प्रदर्शन किया. एपीएम के आश्वासन पर करीब 10 बजे गेट का ताला खोला. बीसीकेयू नेताओं का कहना है कि मुगमा क्षेत्र में सिविल कार्य में लूट मची है. इसकी जांच के लिए प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा था. इसकी जानकारी मिलने पर संवेदक मनोज सिंह व संजय सिन्हा द्वारा कार्यालय में घुस कर दीपक सिंह के साथ दुर्व्यवहार व गाली-गलौज की गयी. ठेकेदार पर बिना वर्क ऑर्डर के लाखों का काम करने का आरोप है. कहा कि मजदूरों के आवासों की मरम्मत, साफ-सफाई, पेयजल सहित अन्य सुविधा के नाम पर प्रबंधन द्वारा प्रतिवर्ष लाखों रुपये खर्च किया जाता है लेकिन काम के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति होती है. यूनियन प्रतिनिधियों ने इसकी जांच कर संबंधित ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड करने की मांग की है. दीपक सिंह ने जीएम को लिखित शिकायत की है. जीएम श्रीआनंद ने पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है. मौके पर यूनियन के क्षेत्रीय अध्यक्ष आगम राम, रामजी यादव, रोशन मिश्रा, खोखन दास, दीपक सिंह, कमल बाउरी सहित अन्य थे.लगाये गये आरोप बेबुनियाद व झूठा : संवेदक
इस संबंध में इसीएल के संवेदक मनोज सिंह का कहना है कि इसीलकर्मी दीपक सिंह ने उनसे आठ माह पूर्व 48 हजार रुपये लिया था. उसी पैसे को मांगने के लिए उनके कार्यालय गये थे. दुर्व्यवहार व गाली-गलौज का आरोप मनगढंत व झूठा है. संजय सिन्हा ने भी आरोप को गलत बताया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है