झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) धनबाद एरिया बोर्ड अंतर्गत इलाकों में 18 दिनों से बिलिंग कार्य पूरी तरह ठप है. विभिन्न जगहों पर लगे जेबीवीएनएल के एटीपी काउंटर बंद है. वहीं ऑनलाइन भुगतान करने में भी परेशानी आ रही है. ऑनलाइन भुगतान करने पर उपभोक्ताओं का पैसा बिल में एडजस्ट नहीं हो पा रहा है. ऑनलाइन भुगतान करने के बावजूद बिजली बिल में राशि एडजस्ट नहीं होने की कई शिकायतें जेबीवीएनएल के विभिन्न कार्यालयों में दर्ज की गयी है. ऐसे में लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. इसे देखते हुए जेबीवीएनएल के अधिकारियों ने विभिन्न सबडिवीजन कार्यालयों में मैनुअल बिजली बिल भुगतान के लिए काउंटर खोला है. जेबीवीएनएल के अधिकारियों के अनुसार इस माह के अंत तक व्यवस्था दुरुस्त होने की बात कही है.
इस वजह से बिलिंग कार्य हो रहा प्रभावित
: बता दें कि जेबीवीएनएल ने पूर्व की बिलिंग एजेंसी को हटा नये को बहाल किया है. नयी बिलिंग एजेंसी ने आठ अगस्त को चार्ज लिया है. आठ से नौ अगस्त तक एजेंसी ने सॉफ्टवेयर अपडेट करने का हवाला देते हुए बिलिंग नहीं करने की अपील की थी. तय तिथि बीत जाने के बाद बिलिंग शुरू हुई, लेकिन तकनीकी कारणों से बिलिंग कार्य बंद कर दिया गया. अबतक तकनीकी खराबी को दूर नहीं किया जा सका है.जेबीवीएनएल का फंसा लाखों का राजस्व :
18 दिन से बिलिंग कार्य प्रभावित होने के कारण जेबीवीएनएल, धनबाद एरिया बोर्ड का लाखों रुपये का रेवेन्यू फंस गया है. अधिकारियों के अनुसार एरिया बोर्ड अंतर्गत धनबाद व चास सर्किल में हर माह औसतन 50 करोड़ का राजस्व उपभोक्ताओं से बिजली बिल के रूप में वसूल किया जाता है. इस माह एटीपी व ऑनलाइन भुगतान सेवा प्रभावित होने के कारण सिर्फ दो करोड़ रुपये ही राजस्व प्राप्त हुआ है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है