शौर्य, साहस और बलिदान के प्रतीक हैं भगवान बिरसा मुंडा : डीसी
भगवान बिरसा मुंडा देश के जनजातीय समुदायों के शौर्य, साहस, पराक्रम और बलिदान के प्रतीक हैं. यह बातें उपायुक्त माधवी मिश्रा ने शुक्रवार को बिरसा चौक पर भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में कहीं.
धनबाद.
भगवान बिरसा मुंडा देश के जनजातीय समुदायों के शौर्य, साहस, पराक्रम और बलिदान के प्रतीक हैं. यह बातें उपायुक्त माधवी मिश्रा ने शुक्रवार को बिरसा चौक पर भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में कहीं. उन्होंने समस्त जिले वासियों को झारखंड राज्य स्थापना दिवस और भगवान बिरसा मुंडा की जयंती की शुभकामनाएं दी. कहा कि भारतीय इतिहास में भगवान बिरसा मुंडा एक ऐसे नायक थे जिन्होंने अपने क्रांतिकारी चिंतन से उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में आदिवासी समाज की दशा और दिशा बदलकर नवीन सामाजिक और राजनीतिक युग का सूत्रपात किया. भगवान बिरसा मुंडा सही मायने में पराक्रम और सामाजिक जागरण के धरातल पर तत्कालीन युग के एकलव्य थे.भगवान बिरसा मुंडा के बताये मार्ग पर चलें :
वरीय पुलिस अधीक्षक एचपी जर्नादनन ने जिले वासियों को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती व राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी. पहीं भगवान बिरसा मुंडा के बताएं मार्ग पर चलने का संकल्प लेने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने आदिवासी समुदाय को जल, जंगल, जमीन के बारे में जागरूक किया और अपने हक की लड़ाई लड़ने की प्रेरणा दी. कार्यक्रम में नगर आयुक्त रविराज शर्मा, सिटी एसपी अजीत कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी राजेश कुमार, निदेशक डीआरडीए राजीव रंजन, एनडीसी दीपक कुमार दुबे, डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर नौशाद आलम, बैंक मोड़ इंस्पेक्टर लव कुमार, शहीद बिरसा मुंडा स्मारक स्मृति संचालन समिति बैंक मोड़ के संयोजक महादेव हांसदा, बप्पी हाजरा, जितेंद्र कुमार पासवान, नारायण महतो समेत बड़ी संख्या में लोगों ने भगवान बिरसा मुंडा के चरणों में पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. श्री हांसदा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है