कोयलांचल में भाजपा ने अपने पुराने चेहरों पर ही दांव लगाया है. सिंदरी व बाघमारा में चेहरा नया है. लेकिन, पुराने ही विधायकों के परिजनों को उतारा गया है. इस बार परिवर्तन की आस लगाये भाजपा से टिकट की दावेदारी कर रहे नेता, कार्यकर्ता मायूस हुए हैं. शनिवार को भाजपा द्वारा जारी प्रत्याशियों की सूची के अनुसार धनबाद विधानसभा (जो सबसे हॉट सीट बना हुआ था) से एक बार फिर से वर्तमान विधायक राज सिन्हा पर भरोसा जताया गया है. इस सीट पर सबसे ज्यादा दावेदार थे. सहयोगी दल लोजपा भी इस सीट पर दावा कर रही थी. धनबाद सीट से राज सिन्हा चौथी बार धनबाद विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे. उन्हें 2009 में पहली बार टिकट मिला था. लेकिन, बहुत कम मतों से हार गये थे. फिर 2014 के चुनाव में बड़े अंतर से जीत हासिल की. 2019 में भी भाजपा के टिकट पर दुबारा चुन कर विधानसभा पहुंचे. इसी तरह निरसा से पार्टी ने पूर्व मंत्री सह वर्तमान विधायक अपर्णा सेनगुप्ता को दूसरी बार भाजपा प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरेंगी. श्रीमती सेनगुप्ता एक बार यहां से फॉरवर्ड ब्लॉक के टिकट पर चुनाव जीत चुकी हैं. मधु कोड़ा सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं.
बाघमारा में भाई, सिंदरी में पत्नी को टिकट :
बाघमारा विस क्षेत्र से धनबाद के सांसद ढुलू महतो के बड़े भाई शत्रुघ्न महतो उर्फ शरद महतो को प्रत्याशी बनाया गया है. सांसद बनने से पहले ढुलू महतो तीन बार इस विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीत चुके हैं. इस बार यहां से भी कई टिकट के दावेदार थे. सिंदरी के विधायक इंद्रजीत महतो की जगह उनकी पत्नी तारा देवी को टिकट मिला है. श्री महतो पिछले तीन वर्षों से बीमार चल रहे हैं. झरिया सीट से एक बार फिर रागिनी सिंह को टिकट मिला है. श्रीमती सिंह 2019 में भी चुनाव मैदान में उतरी थीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है