आउटसोर्सिंग वर्चस्व और समीर मंडल के मर्डर से जुड़ रहा भाजपा नेता सतीश हत्याकांड, दोनों एंगल पर पुलिस कर रही है जांच
Jharkhand news, Dhanbad news : धनबाद : भाजपा नेता सतीश हत्याकांड के साजिशकर्ता एवं हत्या के कारणों की हर एंगल पर पुलिस जांच- पड़ताल कर रही है. प्रभारी एसएसपी आर रामकुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि हत्या की वजह एवं कांड के साजिशकर्ता अनुसंधान के दायरे में है. हत्या की वजह आउटसोर्सिंग वर्चस्व एवं समीर मंडल हत्याकांड इन दोनों ही एंगल पर पुलिस की अनुसंधान जारी है. इस हत्याकांड मामले में गिरफ्तार ललन कुमार दास को मीडिया के सामने पेश किया गया.
Jharkhand news, Dhanbad news : धनबाद : भाजपा नेता सतीश हत्याकांड के साजिशकर्ता एवं हत्या के कारणों की हर एंगल पर पुलिस जांच- पड़ताल कर रही है. प्रभारी एसएसपी आर रामकुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि हत्या की वजह एवं कांड के साजिशकर्ता अनुसंधान के दायरे में है. हत्या की वजह आउटसोर्सिंग वर्चस्व एवं समीर मंडल हत्याकांड इन दोनों ही एंगल पर पुलिस की अनुसंधान जारी है. इस हत्याकांड मामले में गिरफ्तार ललन कुमार दास को मीडिया के सामने पेश किया गया.
प्रभारी एसएसपी ने बताया कि अनुसंधान में पुलिस ने एक कार और होंडा साइन बाइक बरामद की है. बरामद बाइक और कार घटनास्थल पर मूवमेंट करते देखा गया था. यह घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज में भी आ चुका है. कार में चालक ललन दास के साथ एक और अन्य व्यक्ति बैठा हुआ पाया गया था, जबकि बरामद बाइक पर किशन कुमार रविदास के साथ उसके साथी सतीश साव था.
सीसीटीवी फुटेज से यह पता चलता है कि हत्या में 2 बाइक पर 4 अपराधी शामिल थे. उपरोक्त बाइक के अलावे एक पल्सर बाइक भी थी. होंडा साइन बाइक पर सतीश के साथ किशन पॉलिटेक्निक चौक, सुभाष चौक होते हुए मटकुरिया पहुंचे थे. यहां पहुंच कर वे बाकी साथी का इंतजार करने लगे. इसके बाद मटकुरिया पुल के पीछे सभी योजना बनाते हुए बारी- बारी से निकलने लगे. सबसे पहले कार केंदुआडीह की तरफ चला गया.
मालूम हो कि भाजपा केंदुआ मंडल के उपाध्यक्ष सह जमीन कारोबारी सतीश सिंह की विगत 19 अगस्त, 2020 को दिनदहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. हत्या के बाद पुलिस छानबीन तेज कर दी है. मृतक धनबाद के विधायक राज सिन्हा के करीबी माने जाते हैं.
हत्या के 14 दिन बाद पुलिस ने पुटकी क्षेत्र से हत्या में प्रयुक्त पिस्तौल को बरामद किया था. इस मामले में एक निजी चालक को भी गिरफ्तार किया गया था. उसे गिरफ्तार कर गोविंदपुर थाना लाया गया था. इस मामले में डीआईजी प्रभात कुमार ने स्पेशल टीम का गठन कर जल्द खुलासा करने का निदेश दिया था. इस स्पेशल टीम में डीएसपी (लॉ एंड ऑर्डर) के अलावा 4 इंस्पेक्टर एवं एक एएसआई शामिल हैं.
Posted By : Samir Ranjan.