मुख्य संवाददाता, धनबाद,
शहर में सांडों का आतंक कम नहीं हो रहा है. शुक्रवार को झाड़ूडीह में सांड ने एक स्कूटी सवार युवक को उठा कर पटक दिया. हालांकि मुहल्ले के लोगों के हो-हल्ला करने के बाद सांड वहां से चला गया. पुराना बाजार में भी सांड ने आतंक मचा रखा है. वह कई लोगों को जख्मी कर चुका है. सांड के आतंक से स्थानीय दुकानदार भी बहुत परेशान हैं. स्थानीय दुकानदारों ने सांड के आतंक से निजात दिलाने के लिए नगर निगम से गुहार लगायी है. नगर निगम पिछले शनिवार को बाहुबली सहित तीन सांडों को शहर से उठाने के बाद अपनी पीठ थपथपा रहा था. इसी बीच झाड़ूडीह की घटना हो गयी. बताते चलें कि निगम ने तीनों सांडों को कतरास गोशाला शिफ्ट किया था. इसके बाद अभियान ठप हो गया था. नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि गोशाला में सांड को रखने के लिए अलग-अलग पचास सेल बनाये जा रहे हैं. प्राक्कलन बन गया है. चुनाव आचार संहिता के कारण टेंडर नहीं हो रहा था. एक-दो दिनों में इसका टेंडर निकाला जायेगा. गोशाला प्रबंधन से आग्रह कर तीन सांडों को वहां रखवाया गया था. गोशाला प्रबंधन ने जमीन उपलब्ध करायी है.खतरा बनकर घूम रहे सांड, निगम योजना ही बना रहा :
सांडों को पकड़ने के लिए नगर निगम योजना बनाने में व्यस्त है. इधर, ये सांड मौत बनकर सड़क, बाजार और गली-मुहल्लों में घूम रहे हैं. आवारा सांड कब सींग हिलाते हुए आपके सामने यमदूत की तरह खड़े हो जायें, कुछ कहा नहीं जा सकता. सड़कों पर घूम रहे लावारिस सांड आपको पलभर में अपने सींगों पर उठाकर अस्पताल पहुंचा सकते हैं. सड़कों पर डिवाइडर के बीच ये बैठे दिखायी दे जायेंगे. इस कारण सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है. कई बार तो ये सांड आपस में लड़ते हुए कई वाहन चालकों को चपेट में ले चुके हैं. लोगों का कहना है कि बाहुबली को तो नगर निगम ने पकड़ लिया, जबकि कटप्पा समेत कई सांड अब भी छुट्टा घूम रहे हैं. इनके आतंक से लोग परेशान हैं. जब तक शहर से 40-50 सांडाें को नहीं पकड़ा जाता, इनसे मुक्ति नहीं मिलने वाली है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है